दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में ट्रकों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है. केवल इसेंशियल ट्रकों को ही दिल्ली में एंट्री मिलेगी. सीएनजी और इलेक्ट्रिक ट्रकों को दिल्ली में एंट्री की परमिशन रहेगी. इसके साथ कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम को लेकर भी कंपनियों को एडवाइजरी जारी की गई है.
गोपाल राय ने बताया कि बीते गुरुवार को CAQM ने सीवियर प्लस कैटेगरी को एनलाइज करके नए प्रतिबंध के डायरेक्शन दिए गए हैं. दिल्ली में पहले से ही निर्माण और विध्वंस कार्यों पर रोक है, लेकिन कुछ कैटेगरी को छूट थी. आज से हाईवे, ओवर ब्रिज, पाइपलाइन इन सबपर भी प्रतिबंध लगाया जा रहा है.
पर्यावरण मंत्री ने बताया कि आज से जरूरी सेवाओं को छोड़कर सभी तरह के ट्रकों की दिल्ली में एंट्री पर रोक रहेगी. हालांकि सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों को छूट रहेगी. आपातकालीन सेवाओं के अलावा डीजल गाड़ियों में BS-6 के अलावा सब पर प्रतिबंध रहेगा.
मॉनिटरिंग के लिए बनी कमेटी
दिल्ली में पर्यावरण को लेकर जो नियम लागू किए गए हैं, वो सही तरह से लागू हो रहे हैं या नहीं. इसकी मॉनिटरिंग के लिए छह सदस्यीय मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया गया है. गोपाल राय ने बताया कि हरियाणा और यूपी के सीएम को चिट्ठी लिखेंगे कि वहां से आने वाली गाड़ियों को इस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफ़ेरल एक्सप्रेस वे से ही डायवर्ट किया जाए ताकि वे दिल्ली की सीमा तक ही ना पहुंचें.
500 इलेक्ट्रिक और CNG बसों का निर्देश
गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में सीएनजी और इलेक्ट्रिक गाड़ियों की संख्या पिछले साल की तुलना में बढ़ी हैं, लेकिन इसके अलावा 500 प्राइवेट पर्यावरण बस सर्विस शुरू करने का ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट को निर्देश दिया गया है.
दिल्ली सरकार के आधे कर्मचारी WFH पर
इसके साथ ही दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम पर भेज दिया गया है. गोपाल राय ने बताया कि प्राइवेट दफ़्तरों के लिए भी एडवाइज़री जारी कर रहे हैं कि वे भी इसे फ़लो करें. जितने भी RWA हैं एसडीएम उनके साथ मीटिंग करेंगे. और गार्ड्स को इलेक्ट्रिक हीटर उपलब्ध कराएंगे, जो नाइट ड्यूटी करते हैं. रेवन्यू कमिश्नर को निर्देश दिए गए हैं कि लोकल मार्केट के साथ मीटिंग करके उनके समय को अलग-अलग करने के लिए निर्णय लें.