देश की राजधानी में बढ़ रहे प्रदूषण को देखते हुए केंद्र और दिल्ली सरकार ने मिलकर प्रदूषण के स्तर को सुधारने का फैसला लिया है. इस निर्णय के तहत 44 संयुक्त टीमें बनाई गई हैं. ये टीम प्रदूषण को रोकने के लिए काम करेंगी. साथ ही पर्यावरण नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेंगी.
पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने बताया कि एसडीएम, तहसीलदार, निकाय के अधिकारी, दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी), पर्यावरण विभाग, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग की 44 संयुक्त टीम का गठन किया गया है.
अभी एक हफ्ता चलेगा अभियान
टीम निरीक्षण के दौरान कचरा व अन्य को जलाने, वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने, सड़कों को खोदने या उसपर धूल फेंकने, औद्योगिक उत्सर्जन, निर्माण और विध्वंस अपशिष्ट, जनरेटर डीजी सेट का उपयोग रोकने को लेकर काम करेगी. ये टीमें धूल नियंत्रण उपायों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगी. स्वच्छ हवा के लिए संयुक्त अभियान शुरू में एक सप्ताह के लिए निर्धारित किया गया है.
1 नवंबर से शुरू होगा अभियान
केंद्र और दिल्ली सरकार द्वारा संयुक्त अभियान 1 नवंबर से इंदिरा परवारण भवन से शुरू किया जाएगा. इस दौरान केंद्र व राज्य सरकार दोनों जगह से मंत्री व अधिकारी उपस्थित रहेंगे. इमरान हुसैन ने कहा कि सप्ताह भर चलने वाले अभियान के दौरान यह देखा जाएगा कि किसी भी तरह से प्रदूषण तो नहीं फैल रहा है. इसमें सड़क सहित अन्य सभी कारक शामिल होंगे.
प्रदूषण को लेकर बच्चों की मदद से जागरुकता अभियान छेड़ा जाएगा. पटाखे से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जन जागरुकता पैदा करने के लिए बच्चों के अलावा अन्य नागरिकों को भी शामिल किया जाएगा.