दिल्ली में कोरोना के मामलों में बड़ी उछाल के साथ ही अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीज़ों की संख्या भी बढ़ रही है. लेकिन दिल्ली के लगभग 40 ऐसे प्राइवेट अस्पताल भी हैं जहां एक भी कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं है और इन अस्पतालों में कोरोना मरीज़ों के लिए आरक्षित सभी बेड्स खाली हैं.
दिल्ली सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के सभी अस्पतालों में 1 मार्च को भर्ती कोरोना मरीज़ों की संख्या 439 थी. वहीं दिल्ली कोरोना ऐप पर नज़र डालें तो 28 मार्च को शाम 5 बजे, अस्पतालों में भर्ती मरीज़ों की संख्या ढाई गुना बढ़कर 1348 तक पहुंच गी है. आंकड़ों का आकलन करें तो सिर्फ मार्च के महीने में अस्पतालों में 909 मरीज़ों का इज़ाफा हुआ है.
कोरोना मामलों में बढ़त के साथ ही दिल्ली के कई बड़े और छोटे प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीज़ों के लिए बेड्स पूरी तरह से खाली हैं. दिल्ली कोरोना ऐप के मुताबिक 27 मार्च को दोपहर 3 बजे तक प्राइवेट अस्पतालों का ऐसा रहा हाल-
1. क़ुतुब इंस्टीट्यूशनल एरिया के मेडिओर अस्पताल में 56 में से 55 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
2. लाजपत नगर के विमहन्स अस्पताल में 50 में से 47 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
3. हमदर्द नगर के HAHC अस्पताल में 40 में से 39 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
4. कालकाजी के इरीन अस्पताल में 40 में से 40 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
5. राजेन्द्र नगर के सर गंगा राम अस्पताल में 37 में से 37 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
6. मालवीय नगर के मधुकर रेनबो अस्पताल में 31 में से 31 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
7. नारायणा के RLKC मेट्रो अस्पताल में भी 31 में से 31 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नही हैं.
8. नई फ्रेंड्स कॉलोनी के बंसल अस्पताल में 30 में से 30 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
9. द्वारका के बेंसुप अस्पताल में भी 30 में से 30 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
10. पश्चिम विहार के भाटिया ग्लोबल अस्पताल में भी 30 में से 30 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
11. रजौरी गार्डन के कुकरेजा अस्पताल में 30 में से 27 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
12. नरेला के महाराजा अग्रसेन अस्पताल में भी 30 में से 29 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
13. द्वारका के समर अस्पताल में 30 में से 30 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
14. नजफगढ़ के राठी अस्पताल में 27 में से 26 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
15. नांगलोई के कोणार्क अस्पताल में 25 में से 25 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
16. रोहतक रोड पर मौजूद जीवन माला अस्पताल में 24 में से 24 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
17. सिविल लाइन्स के संत परमानंद अस्पताल में 22 में से 22 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
18. कृष्णा नगर के श्री राम सिंह अस्पताल में 20 में से 20 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
19. बुध विहार के ब्रह्म शक्ति अस्पताल में 20 में से 20 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
20. पश्चिम विहार के मेडस्टार अस्पताल में 20 में से 19 बेड्स पर कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं हैं.
इसके साथ ही दिल्ली के कई छोटे और प्राइवेट अस्पताल भी ऐसे हैं, जहां बेड्स पर एक भी कोरोना मरीज़ भर्ती नहीं है. दिल्ली कोरोना ऐप के मुताबिक इन अस्पतालों की संख्या लगभग 40 हैं.
उधर, सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीज़ो के लिए बेड्स के हालात बताते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अभी कोविड अस्पतालों के 20 प्रतिशत तक बेड पर मरीज हैं और 80 प्रतिशत बेड खाली हैं. इसलिए अभी बेड बढ़ाने की जरूरत नहीं है. साथ ही बेड पर हमारी पूरी नजर है. यदि मरीजों की संख्या बढ़ती है और बेड कम पड़ते हैं, तो हम और भी कोविड बेड को बढ़ा देंगे. दिल्ली सरकार मरीजों को बेड की कमी बिल्कुल नहीं होने देगी.
सत्येंद्र जैन ने कहा कि राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में कुल 500 बेड हैं और वहां पर अभी करीब 20 बेड पर मरीज हैं. इसी तरह, अस्पतालों में कोविड के आईसीयू बेड भी 20 प्रतिशत तक ही भरे हैं, बाकी बेड खाली हैं. एलएनजेपी अस्पताल में 300 बेड आईसीयू के हैं और राजीव गांधी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में कुल 500 बेड में से 300 बेड आइसीयू के हैं.