देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का संकट बढ़ने से बेड्स की चिंता भी बढ़ गई है. दिल्ली में तेज़ी से ऑक्सीजन सपोर्ट वाले बेड्स और आईसीयू बेड्स भरने लगे हैं. बेड्स को लेकर ताज़ा हालात बताने के लिए मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, उन्होंने कहा कि दिल्ली में तेज़ी से बेड्स की संख्या बढ़ाई जा रही है.
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के मुताबिक, हमने लगातार अस्पतालों का दौरा किया है और फिर बेड्स की क्षमता बढ़ाने का निर्णय किया गया है. डिप्टी सीएम के मुताबिक, अंबेडकर अस्पताल में 200 से बढ़ाकर 600 बेड्स कर रहे हैं. साथ ही आचार्य भिक्षु सेंटर में 250 बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं, वहीं नरेला अस्पताल में 200 बेड्स बढ़ाए जा रहे हैं.
मनीष सिसोदिया ने लोगों से अपील की है कि वो पहले सरकार की कोरोना एप पर बेड्स देखें, जहां पर बेड्स उपलब्ध हैं वहां जानकारी लें और फिर वहां पर जाएं. इतना ही नहीं, मनीष सिसोदिया ने चेतावनी दी है कि अगर कोई अस्पताल गलत जानकारी देता है तो उसपर एक्शन लिया जाएगा.
कोरोना होने पर Panic न करे। अधिकतर लोग HOME ISOLATION में ही ठीक हो रहे है। अगर तबियत ज्यादा खराब है तो App में जिस भी अस्पताल में Bed खाली है, उस अस्पताल में जाए।
— AAP (@AamAadmiParty) April 20, 2021
अस्पताल Bed देने से मना करता है तो मुख्यमंत्री जी ने अस्पताल पर कार्यवाही के निर्देश दिए है।- Dy CM @msisodia pic.twitter.com/TussoljB1O
आपको बता दें कि दिल्ली में हर दिन करीब 25 हजार नए मामले आ रहे हैं, यही कारण है कि तेज़ी से सभी बेड्स भर चुके हैं और कई अस्पतालों में तो एक भी बेड नहीं बचा है. इस महासंकट के बीच राज्य सरकार की कोशिश बेड्स की संख्या बढ़ाने पर है.
दिल्ली में रक्षा मंत्रालय के निर्देश पर डीआरडीओ ने भी अस्थाई अस्पताल बनाया है, यहां अभी 500 बेड्स हैं इसी हफ्ते ये संख्या 1000 तक पहुंच जाएगी. लेकिन जिस रफ्तार से दिल्ली में कोरोना के नए मामले आ रहे हैं, बेड्स को लेकर दिक्कतें बढ़ती जा रही हैं.
दिल्ली सरकार की वेबसाइट के मुताबिक, राजधानी में अभी 19 हजार से ज्यादा कोविड स्पेशल बेड्स हैं, लेकिन इनमें ढाई हजार के करीब ही खाली हैं. वहीं, करीब साढ़े चार हजार आईसीयू बेड्स मौजूद हैं, लेकिन 50 से कम ही उपलब्ध हैं.