
देश की राजधानी में कोरोना का विकराल रूप झेलने के 10 दिन बाद महामारी का प्रकोप कम होने के शुभ संकेत नजर आ रहे हैं. आजतक के पास दिल्ली सरकार से मिले वो आधिकारिक आंकड़ें हैं जो राहत की तरफ इशारा कर रहे हैं.
दिल्ली में कोरोना की चौथी लहर है जबकि देश में दूसरी लहर है लेकिन देश की राजधानी में आंकड़ों में गिरावट का सिलसिला कब तक जारी रहेगा ये बड़ा सवाल भी है. आजतक ने कोरोना टेस्ट और संक्रमण (पॉजिटिविटी) दर से जुड़े पिछले 10 दिनों के ट्रेंड का आंकलन किया है.
दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में 26 अप्रैल को संक्रमण दर 35% दर्ज हुई थी. इस दिन 57690 लोगों ने कोरोना टेस्ट करवाया और 20201 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 45.1% थी, और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 14.4% थी.
वहीं, 6 मई को संक्रमण दर 25% से कम 24.3% दर्ज हुई है. इस दिन 78780 लोगों ने कोरोना टेस्ट करवाया और 19133 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 28.1% तक घट गई है, जबकि रैपिड एंटीजन टेस्ट का पॉजिटिविटी रेट घटकर 7.2% पर पहुंच गया है.
आंकड़ों का आंकलन करें तो 10 दिन पहले तक दिल्ली में हर 100 टेस्ट कराने वालों में से 35-36 लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे थे जबकि 6 मई को हर 100 में से 25 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
दिल्ली में 27 अप्रैल से 5 मई तक संक्रमण दर का हाल
- 27 अप्रैल को कुल संक्रमण दर घटकर 32.7% हो गई थी, जबकि इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 43.3% थी और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 14.6% थी.
- 28 अप्रैल को कुल संक्रमण दर घटकर 31.8% हो गई थी, जबकि इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 41.5% थी और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 11% थी.
- 30 अप्रैल को कुल संक्रमण दर घटकर 32.7% हो गई थी, जबकि इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 39.9% थी और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 10.1% थी.
- 1 मई को कुल संक्रमण दर घटकर 31.6% हो गई थी, जबकि इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 36.7% थी और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 12.3% थी.
- 2 मई को कुल संक्रमण दर घटकर 28.3% हो गई थी, जबकि इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 34.4% थी और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 9.4% थी.
- 3 मई को कुल संक्रमण दर घटकर 29.6% हो गई थी, जबकि इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 33.7% थी और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 8% थी।
4 मई को कुल संक्रमण दर घटकर 26.7% हो गई थी, जबकि इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 32.1% थी और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 8.6% थी.
5 मई को कुल संक्रमण दर घटकर 26.4% हो गई थी, जबकि इस दिन RT-PCR टेस्ट की पॉजिटिविटी 31.2% थी और रैपिड एंटीजन टेस्ट की पॉजिटिविटी 8.1% थी.
आंकड़ों के मुताबिक, RTPCR और RAT टेस्ट से सामने आई संक्रमण दर में भी गिरावट दर्ज हुई है. 26 अप्रैल को हर 100 आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने वाले लोगों में से 45 लोग कोरोना संक्रमित पाए जा रहे थे, जबकि 6 मई को 100 आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाने वालों में से केवल 28 लोग ही संक्रमित पाए गए हैं. वहीं, 26 अप्रैल को रैपिड एंटीजन टेस्ट के जरिए 100 में से 14-15 लोग पॉजिटिव पाए जा रहे थे, जबकि 6 मई को हर 100 में से 7 लोग पॉजिटिव हैं.
क्या होती है संक्रमण दर?
संक्रमण दर यानि हर 100 टेस्ट में कितने सैंपल मैं संक्रमण पाया जा रहा है. अगर यह कहा जाता है कि किसी इलाके में या राज्य में संक्रमण दर 10% है तो इसका मतलब हर 100 टेस्ट में 10 लोगों के सैंपल में संक्रमण मिल रहा है. यह दर इसलिए अहम होती है क्योंकि टेस्ट कभी कम हो जाते हैं कभी ज्यादा हो जाते हैं लेकिन अगर हालात को समझना होता है या ट्रेंड देखना होता है तो यह देखा जाता है कि जितने टेस्ट हो रहे हैं उनमें कितनों में संक्रमण पाया जा रहा है. यही संक्रमण दर होती है.

उधर, कोरोनाकाल में फरीदाबाद पुलिस से सोशल मीडिया के माध्यम से प्लाज्मा डोनेट करने के लिए प्लाज्मा डोनर खोजने की रिक्वेस्ट प्राप्त हुई. सूचना मिलते ही फरीदाबाद पुलिस के कोविड सेल ने तुरंत प्रभाव से फरीदाबाद पुलिस के जो कर्मी कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं, उनसे संपर्क किया. थाना सूरजकुंड में तैनात सिपाही संजय ने प्लाज्मा देने के लिए हामी भर दी. पुलिस टीम ने तुरंत इसकी सूचना आगे भेजी और इस प्रकार मात्र एक घंटे के अंदर पुलिस टीम की तरफ से प्लाज्मा डोनर को उपलब्ध करवाया गया.