राजधानी दिल्ली में कोरोना संकट के बीच ऑक्सीजन के लिए हाहाकार मचा हुआ है. दिल्ली एलएनजेपी अस्पताल में सिर्फ दो घंटे की ऑक्सीजन बची थी. यहां 1100 मरीज भर्ती हैं. समय पर ऑक्सीजन सप्लाई ना होने पर मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती थी. लेकिन अब राहत की बात यह है कि एनलजेपी अस्पताल में ऑक्सीजन टैंकर पहुंच गया है.
राघव चड्ढा बोले- अगले तीस मिनट में मिलेगा ऑक्सीजन
इससे पहले एलएनजेपी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी पर आप नेता राघव चड्ढा ने अपडेट दिया था. उन्होंने कहा कि अगले तीस मिनट में एलएनजेपी अस्पताल को लिक्विड ऑक्सीजन उपलब्ध हो जाएगा. क्रायोजेनिक टैंकर के जरिए सप्लाई की जा रही है. टैंकर रास्ते में है.
दिल्ली के मॉडल टाउन इलाके में बने पेंटामेड अस्पताल में भी ऑक्सीजन की किल्लत है. यहां 5 मरीज वेंटिलेटर पर हैं और बाकी 45 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. अस्पताल में 11 बजे तक की ही ऑक्सीजन बची हुई है.अस्पताल के मैनेजर दीपक सेठी का कहना है कि उनके पास सुबह 11:00 बजे तक की ही ऑक्सीजन बची है. अगर 11:00 बजे से पहले उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिला तो अस्पताल में भर्ती 50 मरीजों की जान खतरे में पड़ सकती है.
पेंटामेड अस्पताल ने अपनी दो गाड़ियां ऑक्सीजन लेने के लिए अलग-अलग प्लांट पर भेजी हुई हैं लेकिन वहां ज्यादा भीड़ होने के चलते ऑक्सीजन नहीं मिल पा रहा है. अस्पताल प्रशासन के मुताबिक एक गाड़ी बहादुरगढ़ और दूसरी गाड़ी बवाना के ऑक्सीजन प्लांट पर भेजी गई है. अस्पताल का कहना है कि अभी तक हमारे यहां ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं पहुंची है. कुछ देर का स्टॉक और बचा हुआ है.
देश में कोरोना के लगभग 3.50 लाख नए मामले
एक तरफ जहां देश में ऑक्सीजन और अन्य जरूरी चीजों की किल्लत है, वहीं देश में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते नजर आ रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में कोरोना के 3,49,691 नए मामले सामने आए हैं. वहीं 2,767 लोगों की कोरोना के चलते मौत हुई है. बीते 24 घंटे में 2,17,113 लोग ठीक भी हुए हैं. सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र से सामने आए हैं. इसके बाद उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, केरल और दिल्ली के मामले हैं.