मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को मयूर विहार फेस-1 के सर्विस रोड, रैंम, लूप और साइकिल ट्रैक का उद्घाटन किया. इसके शुरू होने से अब दिल्ली और नोएडा के बीच सफर करना आसान हो गया है. इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बारापुला फेज-3 से जुड़े इन लूप और रैम्प के खुलने से अब दिल्ली और नोएडा के बीच सफर करने वाले लोगों को इसका काफी फायदा मिलेगा.
उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार दिल्ली में सड़कों का माडिफिकेशन कर रही है. इस रैंप व सर्विस रोड के शुरू होने से पूर्वी दिल्ली के लोगों को ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी. वहीं, पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इससे नोएडा, मयूर विहार-1 और अक्षरधाम के बीच यात्रा करने वाले लोगों के समय और ईंधन दोनों की बचत होगी. इसके शुरू होने के बाद मयूर विहार फेस एक की ओर से अक्षरधाम की तरफ जाना आसान हो गया है. साथ ही जाम, समय, ईंधन खपत और प्रदूषण से भी लोगों को राहत मिलेगी.
उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आज यहां पर यह सर्विस रोड, रैम, लूप और साइकिल ट्रैक का उद्घाटन किया गया है. इससे इस इलाके के लोगों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी. खासकर पूर्वी दिल्ली के लोगों को इससे काफी सहूलियत मिलेगी. मैं दिल्ली के लोगों को और खासकर पूर्वी दिल्ली के लोगों को बधाई देना चाहता हूं. साथ ही, पीडब्ल्यूडी विभाग के इंजीनियर और कांट्रेक्टर को भी बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने यह काम पूरा किया है. जब से आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है, पिछले 6-7 साल के अंदर दिल्ली में खासकर इंफ्रास्ट्रक्चर के बहुत सारे प्रोजेक्ट्स पर काम हुए हैं. बहुत तेजी के साथ पीडब्ल्यूडी काम कर रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि पीडब्ल्यूडी समय से कम समय में अपने प्रोजेक्ट पूरे कर लेता है, जो अनुमानित लागत है, उसमें बचत करता है. डिजाइन इस तरह से बनाए जाते हैं, जो ज्यादा टिकाऊ होते हैं और बचत करने वाले होते हैं. चूंकि अब दिल्ली के अंदर एक ईमानदार सरकार है, तो पीडब्ल्यूडी बहुत शानदार काम कर रहा है. दिल्ली में इंफ्रास्ट्रक्चर को अब अगले स्तर पर ले जाने की पूरी तैयारी चल रही है.
वाहन चालकों को एक किमी अतिरिक्त सफर करने से मिलेगी मुक्ति
मयूर विहार रैंप और सर्विस रोड, दिल्ली में मयूर विहार से सराय काले खां तक फेज-3 एक्सटेंशन के तहत बारापुला एलिवेटेड रोड कॉरिडोर का हिस्सा है. ये रैंप और सर्विस रोड प्रोजेक्ट का आवश्यक हिस्सा हैं, जिसे दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी द्वारा नियोजित और निष्पादित किया जा रहा था. इन रैंपों का निर्माण मयूर विहार फेज-1 जंक्शन पर रेड लाइट से बचने के लिए किया गया है, जिससे रेड लाइट पर वाहनों से भारी मात्रा में कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन और ध्वनि प्रदूषण कम होगा.
इन रैंपों से नोएडा से मयूर विहार फेज-1 और मयूर विहार फेज-1 से अक्षरधाम की तरफ जाने वालों को भी मदद मिलेगी. वर्तमान में नोएडा से मयूर विहार फेज-1 जाने वाले यात्रियों को एनएच-24 फ्लाईओवर के नीचे से यू-टर्न लेने के लिए करीब एक किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय करना पड़ता है. इसी तरह मयूर विहार फेज-1 से अक्षरधाम जाने वाले वाहनों को लिंक रोड पर एक और फ्लाईओवर के नीचे से यू-टर्न लेने के लिए नोएडा की ओर एक किलोमीटर के आसपास का सफर तय करना पड़ता है.
इन रैंप की योजना इसलिए बनाई गई थी, ताकि नोएडा और मयूर विहार से आने वाले ट्रैफिक को राइट टर्निंग में आने वाली दिक्कतों को दूर किया जा सके. अब इन रैंप और सर्विस रोड से यात्रा की दूरी में लगभग 1.5 किलोमीटर की बचत होगी. साथ ही, खासकर आफिस के पीक समय के दौरान घंटों तक वाहनों का भारी दबाव होने के कारण लोगों को वाहनों के शोर आदि से काफी दिक्कत होती थी, लेकिन अब रैंप ओर सर्विस रोड के खुलने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी. इस सर्विस रोड की लंबाई दो किलोमीटर है और इसे बनाने में करीब 60 करोड़ रुपए की लागत आई है. इसका कैरिजवे 3 लेन और 2 लेन है.
पांच साल में वसूल हो जाएगी निर्माण की पूरी लागत
इन रैंप और सर्विस रोड से मयूर विहार फेज-1 से अक्षरधाम और नोएडा से मयूर विहार फेज-1 तक सफर करने में कम से कम पांच मिनट का समय बचेगा. इस समय की बचत के कारण, यात्रियों के मानव-घंटे, ईंधन की खपत और कार्बन डाई ऑक्साइड उत्सर्जन के मामले में भारी कमी आएगी. यह सामाजिक व आर्थिक बचत लगभग 11.3 करोड़ रुपए प्रति वर्ष के बराबर है. अतः इन रैम्प, सर्विस रोड, पुस्ता रोड, साइकिल ट्रैक एवं विकास कार्यों की लागत लगभग 5 वर्ष में वसूल हो जाएगी.
प्रतिदिन दो टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा
इन रैंपों और सर्विस मैड्स पर यातायात के सुचारू और निर्बाध आवागमन से प्रति दिन कम से कम 2 टन कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन कम होगा. इतनी बड़ी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करने के लिए लगभग तीस हजार पेड़ों की आवश्यकता होती.
इसे बनाने में आईं कई चुनौतियां
रैंप के निर्माण कार्य के दौरान आईजीएल गैस पाइपलाइन को सुरक्षित बचाना चुनौतीपूर्ण था, जो रैंप निर्माण के बीच आ रहा था. गैस पाइपलाइन के किसी भी डाइवर्जन या स्थानांतरण से बचने और निर्माण के समय को बचाने के लिए एकल पिएर के बजाय, 60 मीटर ग्रेड कंक्रीट के पोर्टल बीम का डिजाइन और निर्माण किया गया. इसकें अलावा, शाहदरा नाले के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित किए बिना मयूर विहार की ओर सर्विस रोड के किनारे आरसीसी रिटेनिंग का निर्माण किया गया.
पर्यटन के लिए मील का पत्थर साबित होगा
इससे पहले, विशेष रूप से कार्यालय के व्यस्ततम समय के दौरान यातायात की भारी भीड़ के कारण घंटों तक जाम की स्थिति बनी रहती थी और ध्वनि प्रदूषण होता था, लेकिन अब इसके शुरू होने के बाद यह समस्या समाप्त हो जाएगी. मोटर वाहन से होने वाले प्रदूषण को कम किया जा सकेगा, जिससे स्थानीय लोगों के रहन-सहन की स्थिति में और सुधार होगा. यह पर्यटन विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा, क्योंकि यह रैंप और सर्विस रोड अक्षरधाम मंदिर और मयूर विहार जाने वाले यातायात को कम कर देंगे. साथ ही, यह वायु और ध्वनि प्रदूषण के स्तर को कम करने में मदद करेगा.
रैम्प और सर्विस रोड पर दी गई सुविधाएं
- रैंप एक: नोएडा की ओर से आने वाले और मयूर विहार फेज-1 जाने वाले यातायात के लिए डाउन रैंप. (लंबाई 250 आरएमटी)
- रैंप दो: मयूर विहार फेज-1 की ओर से अक्षरधाम की ओर जाने वाले यातायात के लिए अप रैंप (लंबाई 250 आरएमटी)
- सर्विस रोड (नोएडा साइड): नोएडा से यू-टर्न के लिए आने वाले ट्रैफिक के लिए ग्रेड
- सर्विस रोड (मयूर विहार साइड): अक्षरधाम की ओर से आने वाले और मयूर विहार फेज-1 जाने वाले यातायात के लिए ग्रेड
- पुस्ता रोड: नंगली राजापुर से मयूर विहार फेज-1 तक आने-जाने के लिए ग्रेड
- साइकिल ट्रैक: नोएडा से अक्षरधाम की ओर गैर मोटर वाहनों के लिए ग्रेड