दिल्ली की मुख्यमंत्री अतिशी ने 2011 से 2015 के बीच बने नंद नगरी रेलवे ओवरब्रिज और रेलवे अंडरब्रिज के निर्माण में हुई भारी लापरवाही पर अधिकारियों को फटकार लगाई है. सीएम ने अधिकारियों और ठेकेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि यह स्पष्ट रूप से अधिकारियों द्वारा किए गए भ्रष्टाचार का मामला है. सीएम अतिशी ने कहा, "यह समझ से परे है कि एक फ्लायओवर जो 70 साल तक चलने के लिए बनाया गया था, उसमें कुछ ही महीनों में दरारें कैसे आ गईं. यह अधिकारियों की घोर लापरवाही का परिणाम है."
उन्होंने सीएस को निर्देश दिया कि इस मामले में सभी अधिकारियों के खिलाफ जांच की जाए, जो टेंडर तैयार करने, वर्क बॉन्ड आवंटित करने और काम के पूरा होने तक की निगरानी करने में शामिल थे. इसके साथ ही, सीएम ने तीसरी पार्टी एजेंसी के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए, जिसने क्वालिटी कंट्रोल का काम किया था. सीएम ने कहा कि डीटीटीडीसी और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों की लापरवाही ने न केवल जनता के पैसे की भारी बर्बादी की, बल्कि लोगों की जान भी खतरे में डाली.
मुख्यमंत्री ने इस परियोजना में हुई घोर लापरवाही और उसके खराब रखरखाव के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ सबसे सख्त कार्रवाई की जाने की बात कही है.