'आज तक' पर दिए इंटरव्यू में केजरीवाल ने अपने आप को धर्मयुद्ध का योद्धा बताया और कहा कि लड़ाई पांडवों और कौरवों के बीच है, तो जवाब दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता की तरफ से आया. गुप्ता ने कहा कि धर्मयुद्ध में कौरव या पांडव नहीं बल्कि केजरीवाल रावण हैं. विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल को शर्म आनी चाहिए जो उन्होंने देश के सैनिकों का अपमान किया और सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए. आजकल केजरीवाल पाकिस्तान की टोपी पहने हुए हैं और हर चीज़ को राजनीतिक चश्में से देखते हैं. गुप्ता के मुताबिक हर बात में केजरीवाल राजनीतिक फायदा तलाशते हैं इसलिए वो शहीदों की चिताओं पर राजनीति करन से भी बाज़ नहीं आ रहे हैं.
विपक्ष के नेता ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार से अड़चनों का केजरीवाल बहाना बनाते हैं तो इसके पीछे उनकी मंशा अपनी नाकामियों छुपाने की रहती है, क्योंकि वो अपनी जिम्मेदारी निभाने से चूक रहे हैं, उन्हें सरकार चलाना नहीं आता और इसलिए आरोपों की राजनीति करनी चाहिए. विजेंद्र गुप्ता के मुताबिक अरविंद केजरीवाल अभी तक विपक्ष के नेता की तरह ही व्यवहार कर रहे हैं, जबकि उनको पता होना चाहिए कि दिल्ली की जनता से उन्हें चुना है और उन्हें मुख्यमत्री की तरह व्यवहार और काम करना चाहिए. गुप्ता ने कहा कि बड़ी-बड़ी बातें करने से कोई बड़ा नहीं बनता बल्कि बड़ा बनने के लिए बड़े काम करने होते हैं, लेकिन केजरीवाल सिर्फ और सिर्फ राजनीति करने में लगे हुए हैं.
डेढ़ साल में बीजेपी शासित राज्यों से ज्यादा काम करने के दावे को विजेंद्र गुप्ता ने हास्यास्पद करार दिया और कहा कि केजरीवाल को दिल्ली की तरफ देखना चाहिए और दिल्ली के लिए काम करना चाहिए फिर देश के दूसरे हिस्सों की बात करनी चाहिए. केजरीवाल के दावों को हवा हवाई बताते हुए विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता विकास के कामों के लिए भटक रही है, जबकि केजरीवाल का फोकस सिर्फ दूसरे राज्यों की तरफ है. पंजाब चुनाव के लिए केजरीवाल ने पूरी ताकत लगा दी है और दिल्ली के पैसे का इस्तेमाल इसमें कर रहे हैं. भले ही दिल्ली के पैसे से दूसरे राज्यों में विज्ञापन देने का मामला हो या फिर अपनी छवि चमकाने के लिए टैक्स के पैसों की बर्बादी का, केजरीवाल सिर्फ दिल्ली की सत्ता का इस्तेमाल अपना राजनीतिक हित साधने में कर रहे हैं.