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दिल्ली में गरमाई सियासत! एमसीडी में LG के अधिकार को लेकर क्यों भिड़ गए हैं AAP और BJP?

दिल्ली में एमसीडी चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर एमसीडी में एलजी के अधिकार बढ़ाने को लेकर नया प्रपोजल लाने की तैयारी का आरोप लगाया है और उसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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वीके सक्सेना (फाइल फोटो)
वीके सक्सेना (फाइल फोटो)

दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी (AAP) और एमसीडी की सत्ता पर काबिज भारतीय जनता पार्टी (BJP) आमने-सामने आ गए हैं. इसी साल एमसीडी के चुनाव होने हैं और एमसीडी चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर एमसीडी के कानून में संशोधन कर उपराज्यपाल (एलजी) के अधिकार बढ़ाने की तैयारी का आरोप लगाया है.

आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी और विधायक दुर्गेश पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया है कि बीजेपी ये मान चुकी है कि उसे एमसीडी इलेक्शन में हार मिलेगी. उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी एक नया प्रपोजल लाई है जिसके अनुसार चुनाव के बाद एमसीडी में भी एलजी के निर्णय को ही अंतिम निर्णय माना जाएगा.

दुर्गेश पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बीजेपी ये मान चुकी है कि एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी की जीत तय है. इसीलिए दिल्ली केंद्र शासित प्रदेश की तरह एमसीडी का पावर भी अपने हाथ में लेना चाहती है. उन्होंने कहा कि अभी तक ऐसा होता है कि यदि स्टैंडिंग कमेटी ने किसी प्रपोजल को पास कर दिया है तो उसे जमीनी स्तर पर लागू कर दिया जाए. दुर्गेश पाठक ने दावा किया कि नए प्रपोजल के अनुसार चुनाव के बाद एमसीडी में हर प्रपोजल एलजी के पास करने के बाद ही लागू किया जा सकेगा.

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उन्होंने कहा कि जब कोई पार्टी चुनाव जीतने की उम्मीद छोड़ देती है तो अक्सर वह चुनकर आने वाली सरकार की शक्तियों को ही खत्म करने का प्रयास करती है. दुर्गेश पाठक ने कहा कि देश के इतिहास में बीजेपी ऐसा करने वाली पहली पार्टी होगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी को पता है कि एमसीडी चुनाव में उनकी जमानत जब्त होने वाली है. पहले इन्होंने इस चुनाव से भागने की कोशिश की.

दुर्गेश पाठक ने कहा कि मार्च में चुनाव होना था लेकिन वे चुनाव से भाग गए. उन्होंने कहा कि फिर सोचा कि चुनाव से कब तक भागते रहेंगे तो ऐसा करते हैं कि चुनी हुई सरकार को मिलने वाली पावर ही छीन लेते हैं. दुर्गेश पाठक ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि मार्च में उन्होंने कहा कि हम तीनों एमसीडी को एक करना चाहते हैं. हमने कहा कि वह तो चुनाव के बाद भी हो सकता है तब उन्होंने कहा कि चुनाव रोककर ही एकीकरण करेंगे.

उन्होंने कहा कि इन्हें लगा कि शायद पांच से छह महीनों में कुछ बदलाव हो जाए लेकिन स्थिति और खराब होती चली गई. आम आदमी पार्टी के एमसीडी प्रभारी ने कहा कि वसूली और बढ़ती चली गई, कूड़ा गंदगी और बढ़ता चला गया और अब उनकी बची कुची जीत की संभावना भी खत्म हो गई है. उन्होंने कहा कि बीजेपी ने भी ये मान लिया है कि एमसीडी में इस बार तो आम आदमी पार्टी ही आएगी इसलिए वे एमसीडी चुनाव के बाद सत्ताधारी दल को मिलने वाली पावर छीनने का प्रपोजल ला रहे हैं.

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बताया पुराने और नए प्रपोजल का फर्क

AAP नेता दुर्गेश पाठक ने पुराने और नए प्रपोजल का फर्क बताते हुए कहा कि पहले सदन में जो पार्षद चुनकर जाते थे वे नियमित रूप से मिलते थे. सदन में प्रपोजल बनते थे. स्टैंडिंग कमेटी उसे पास करती थी. सदन में एक बार जब प्रपोजल पास हो जाता था, तब उसे एमसीडी के अधिकारी लागू कर देते थे. उन्होंने कहा कि अब नए प्रपोजल में पार्षद का, सदन का और अधिकारियों का कोई मतलब नहीं है. दुर्गेश पाठक ने कहा कि सदन में कुछ भी पास करो जब तक एलजी उसे पास नहीं करेंगे, वह मान्य नहीं होगा.

उन्होंने सवालिया अंदाज में कहा कि एलजी को कौन नियुक्त करता है? केंद्र सरकार यानी बीजेपी. दुर्गेश पाठक ने कहा कि इसका मतलब है कि आखिरी निर्णय एलजी का होगा. यह पूरी तरीके से गैर कानूनी प्रपोजल है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने ये मान लिया है कि हार तो तय है ही, अब जमानत बच जाए यही बड़ी बात है.

बीजेपी ने किया पलटवार

दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने आम आदमी पार्टी के वार पर पलटवार किया है. आम आदमी पार्टी पर हमला बोलते हुए प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि दुर्गेश पाठक नगर निगम के सत्ता फोबिया से ग्रस्त हैं. उन्होंने कहा कि दुर्गेश पाठक को निगम को लेकर सपने आते रहते हैं. प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि दुर्गेश पाठक ने ये आरोप लगा दिया कि नगर निगम एक्ट को संशोधित कर निगम सदन और सदस्यों की शक्तियां कम की जा रही हैं लेकिन ये समझ से परे है कि वे ऐसा किस आधार पर कह रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि दुर्गेश पाठक ये किस आधार पर कह रहे हैं क्योंकि नगर निगम ने आज तक अपने किसी प्रावधान में संशोधन का कोई प्रस्ताव सार्वजनिक नहीं किया है.

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