आम आदमी पार्टी ने शास्त्री पार्क फर्नीचर मार्केट में एमसीडी की 272 दुकानों में लगी भीषण आग से प्रभावित गरीब लोगों की मदद करने की मांग की है. ‘आप’ के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दुकानों में आग लगने के बाद भाजपा शासित एमसीडी के किसी प्रतिनिधि ने अभी तक वहां जाकर गरीबों की नहीं सुध ली है. कोर्ट के आदेश के बाद भाजपा शासित एमसीडी को दुकानें बनाने के लिए 60 लाख रुपए स्वीकृत किया था, लेकिन दुकानें नहीं बनाई गईं. हम मांग करते हैं कि एमसीडी स्वीकृत 60 लाख रुपए से 734 दुकानें बनाकर प्रभावित गरीब लोगों की मदद की जाए.
बता दें 734 दुकानें तहबाजारी के अनुसार यहां पर कोर्ट के आदेश के बाद दी गईं थीं. इनको जामा मस्जिद और मीना बाजार से हटा कर यहां बसाया गया था. ये दुकानें कोर्ट में लंबी लड़ाई के बाद इन लोगों को मिली थीं. एमसीडी को 60 लाख रुपए खर्च कर इन्हें दुकानें बना कर देनी थीं. यह स्कीम भी एमसीडी ने स्वीकृत की थी, लेकिन अभी तक किसी आदमी को एमसीडी ने दुकान बनाकर नहीं दी. इसका अलाॅटमेंट एमसीडी की तरफ से था, लेकिन आग लगने के बाद एमसीडी की तरफ से कोई भी मदद नहीं दी जा रही है.
आप नेता ने कहा एमसीडी से मांग करेंगे कि 60 लाख रुपए जो स्वीकृत किया गया था, अब उस 60 लाख रुपए से इन गरीब लोगों को 734 दुकानें बनाकर इनकी मदद की जाए और जिन लोग की दुकानों में आग लगी है, उनकी भी एमसीडी थोड़ी सुध ले. बीते दिन एमसीडी नेता विपक्ष और पार्षद वहां गए थे. वहां पर लोगों ने उनको बताया है कि एमसीडी ने वहां पर न तो सड़क बनाई है और न तो टाॅयलेट बनाया है. हम उन से अनुरोध करते हैं कि एमसीडी इस व्यवस्था को ठीक करें.
वहीं सौरभ भारद्वाज ने कहा कि एमसीडी से करोड़ों रुपए का टेंडर लेने वाली कंपनी को ब्लैक लिस्टेड होने की बात भाजपा ने स्वीकार कर ली है, लेकिन टेंडर रद्द करने और जिम्मेदार अधिकारियों व नेताओं पर कार्रवाई की बात नहीं कह रही है. साथ ही, अपने पार्षद संजय ठाकुर पर जालसाजी और फर्जीवाड़े की पुलिस में की गई कई शिकायतों पर भी भाजपा ने मौन धारण कर रखा है.