दिल्ली के उत्तम नगर इलाके में रहने वाले एक परिवार के चार लोगों ने गाजियाबाद में शुक्रवार देर रात जहर खाकर आत्महत्या कर ली. परिवार के मुखिया आलोक शर्मा के ऊपर लाखों रुपये का कर्ज था, जिसके दबाव में आलोक ने अपनी पत्नी और दो बेटों को जहर देकर खुद भी जहर खा लिया. हैरानी की बात ये है कि खुदकुशी से पहले आलोक ने फोन पर अपने भाई को कर्ज और कर्जदारों की पूरी कहानी भी सुनाई और पूरे परिवार को जहर देने की बात भी कबूल की.
आलोक वर्मा के भाई का कहना है कि उनके पास रात 10 बजे आलोक का फोन आया था और आलोक ने बताया था कि उन सभी ने सल्फास खा ली है, क्योकि वो 50 लाख रुपये के कर्ज में डूबे हुए हैं. जहर खाने से आलोक वर्मा, उनकी पत्नी अम्बिका और उनके बेटे रॉबिन की मौत हो गयी, जबकि दूसरा बेटा निखिल अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रहा है.
दरअसल शनिवार तड़के चार बजे नेशनल हाई वे-24 पर गाजियाबाद के मसूरी इलाके में जब लोगों ने एक एसेंट कार में चार लोगों को बेहोशी की हालत में देखा तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने आनन-फानन में पूरे परिवार को अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही तीन लोगों की सांसे थम चुकी थीं.
गाजियाबाद के एसपी सिटी शिव शंकर यादव के मुताबिक आर्थिक परेशानियों के चलते अलोक ने ये कदम उठाया है. एसपी का कहना है कि अगर जांच में ये साबित होता है कि किसी ने पैसों को लेकर आलोक और उनके परिवार को तंग किया है तो उसके खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा.