कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह अपने बड़बोलेपन के लिए जाने जाते हैं और इस बार उन्होंने बीजेपी पर सीधा वार करते हुए आरोप लगाया है कि वो अपने राजनीतिक फायदे के लिए नक्सलियों के साथ साठगांठ करती है. दिग्विजय सिंह ने बातचीत के दौरान आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश में नक्सल समस्या पर काबू पाया गया तब छत्तीसगढ़ में यह समस्या क्यों बढ़ रही है.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ में नक्सल समस्या के समाधान के लिए आवश्यक बल और धन प्रदान किया जा रहा है. लेकिन राज्य सरकार इसका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पा रही है. राज्य सरकार ने अपने राजनीतिक फायदे के लिए नक्सलियों के साथ सांठगांठ कर लिया है.
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि दरभा मामले में राज्य सरकार ने बस्तर जिले के पुलिस अधीक्षक और पुलिस महानिरीक्षक पर कार्रवाई की है. लेकिन सूचना तंत्र विफल होने पर खुफिया अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं की गयी, बल्कि उन्हें एनआईए और राज्य शासन के बीच जांच के लिए समन्वयक बनाया गया है.
दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने परिवर्तन यात्रा को जरूरी सुरक्षा मुहैया नहीं करायी. लेकिन राज्य सरकार इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ अधिकारियों को बचाना चाह रही है.
सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ‘नेशनल काउंटर टेरेरिज्म सेंटर’ (एनसीटीसी) का विरोध कर रही है, लेकिन इससे नक्सल समस्या के समाधान में मदद मिलेगी.
एनआईए द्वारा अंतरिम रिपोर्ट जारी करने के संबंध में आ रही खबरों को लेकर सिंह ने कहा कि यह मीडिया के एक वर्ग के द्वारा फैलाई गई खबरें है, जिसका एनआईए ने खंडन कर दिया है.
राज्य में कांग्रेस पार्टी में ही उनके विरोधियों को लेकर पूछे गए सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि छत्तीसगढ़ में उनके दो ही शत्रु हैं, नक्सली और बीजेपी.