राजस्थान (Rajasthan) और पंजाब (Punjab) के बाद छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजनीति में भी सीएम (CM) के चेहरे को लेकर चल रही सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. अब एक बार फिर से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) और पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Raman Singh) के बीच इसे लेकर बयानबाजी हुई है.
दरअसल, इस बयानबाजी के केंद्र में है छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का दिल्ली दौरा. टीएस सिंहदेव कल (सोमवार) दिल्ली गए थे. हालांकि उन्होंने बताया कि वह निजी काम से दिल्ली गए हैं लेकिन भाजपा ने टाइमिंग पर सवाल उठाया क्योंकि सिंहदेव पंजाब में सियासी उठापटक के बीच दिल्ली गए थे. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने टीएस सिंहदेव के दिल्ली दौरे पर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि 'राहुल गांधी कुछ बता नहीं रहे. पार्टी के नेताओं के बीच क्या बातें होती है ये तो वही जानें, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री आशान्वित नजर आते हैं'.
बीजेपी जहां टीएस सिंहदेव निजी दिल्ली दौरे को ढाई-ढाई साल के मुख्यमंत्री फॉर्मूले से जोड़ कर तंज कसा रही है तो वहीं, सीएम भूपेश बघेल ने अब इसका जवाब दिया है. बघेल ने कहा कि ’रमन सिंह ख्याली पुलाव ना पकाएं. वो अपने दल की और अपनी स्थिति देखें. दूसरों के घर में ताक-झांक उनको नहीं करना चाहिए'.
कौन हैं टीएस सिंहदेव
बता दें कि टीएस सिंहदेव का पूरा नाम त्रिभुवनेश्वर सिंह देव है. वे सरगुजा के राजघराने से ताल्लुक रखते हैं. टीएस सिंहदेव, भूपेश बघेल सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं. वे इससे पहले 2013-18 तक नेता प्रतिपक्ष रहे. उस वक्त राज्य में भाजपा की सरकार थी और रमन सिंह मुख्यमंत्री थे. सिंहदेव राज्य के सबसे अमीर विधायक हैं.