छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की जाति के मामले में हाई-पावर कमेटी की रिपोर्ट में उन्हें आदिवासी नहीं माना था. इसके बाद छत्तीसगढ़ में उच्च स्तरीय प्रमाणीकरण छानबीन समिति ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के कंवर आदिवासी होने के प्रमाण पत्र को खारिज कर दिया है.
इस मुद्दे पर अजीत जोगी के बेटे अमित ने कहा, बेटे की जाति की पहचान उसके पिता से होती है, लेकिन भूपेश बघेल की सरकार में इसका उल्टा है.
मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजीत जोगी ने कहा कि उन्हें अभी तक फैसले की कॉपी नहीं मिली है और यह फैसला भूपेश बघेल सरकार ने लिया है. अजीत जोगी ने इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देने का फैसला किया है. अजीत जोगी ने कहा कि मेरे बेटे को आदिवासी नहीं माना गया है.Amit Jogi, son of Chhattisgarh Former CM Ajit Jogi, on high-powered committee set up to probe Ajit Jogi's caste status says he isn't a tribal: Caste of a son used to be identified by that of his father. But it's the opposite in Bhupesh Baghel's rule. pic.twitter.com/cztgVEQsDr
— ANI (@ANI) August 28, 2019
बता दें कि 2011 में सुप्रीम कोर्ट ने छत्तीसगढ़ की तत्कालीन रमन सिंह सरकार को पूर्व आईएएस अधिकारी जोगी की जाति का पता लगाने के लिए एक कमेटी गठित करने का निर्देश दिया था. जून, 2017 में कमेटी ने अपनी जांच में जोगी को आदिवासी नहीं माना. इसके खिलाफ जोगी हाईकोर्ट पहुंच गए. 2018 में छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने दूसरी बार उच्चाधिकार स्क्रूटनी कमेटी का गठन किया था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि अजीत जोगी खुद को कंवर आदिवासी साबित नहीं कर पाए हैं. समिति ने छत्तीसगढ़ अनुसूचित जाति कानून के तहत आवश्यक कार्यवाही करने के लिए बिलासपुर कलेक्टर को भी इसकी जानकारी दे दी है.