छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में शुक्रवार को 33 नक्सलियों ने पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया. इन नक्सलियों में 24 इनामी हैं जिन पर कुल 91 लाख रुपये का इनाम था.
बिजापुर में 24 नक्सलियों ने सरेंडर किया, जिनमें नौ महिलाएं भी शामिल हैं. उन्होंने माओवादी संगठन की अमानवीय विचारधारा, आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार और संगठन के अंदर बढ़ते मतभेदों से निराश होकर सरेंडर किया.
बस्तर में शुक्रवार को 33 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया
बिजापुर एसपी जितेन्द्र कुमार यादव ने बताया कि ये नक्सली सुरक्षा बलों पर हमले, आईईडी ब्लास्ट और आगजनी की घटनाओं में शामिल थे. सबसे बड़ा इनामी नक्सली हनुमंत राव अंगनपल्ली उर्फ राकेश था, जिस पर 10 लाख रुपये का इनाम था.
इसके अलावा सात नक्सलियों पर 8 लाख, दो पर 5 लाख, दो पर 2 लाख, सात पर 1 लाख और एक पर 50 हजार रुपये का इनाम था. इसी तरह दंतेवाड़ा में भी नौ नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिनमें चार इनामी हैं. ये ‘लोण वर्राटू’ और सरकार की नई पुनर्वास नीति से प्रभावित थे.
सात जिलों में 792 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं
पुलिस ने बताया कि अब तक 2024 में बस्तर के सात जिलों में 792 नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं. लोण वर्राटू अभियान के तहत 984 नक्सली अब तक हिंसा छोड़ चुके हैं. सरकार की योजनाओं और पुलिस के भरोसे से लगातार नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं.