बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को ट्वीट के माध्यम से लालू यादव पर हमला किया. सुशील मोदी ने लिखा कि, 2015 में लालू प्रसाद ने जहर का घूंट पीकर नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता माना था.
सुशील मोदी ने ट्वीट किया कि, 'चारा घोटाला में सजायाफ्ता होने के कारण चुनाव लड़ने के अयोग्य करार दिये गए लालू प्रसाद ने भले ही जहर का घूंट पीकर 2015 में नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता माना हो. लेकिन 17 साल आजमायी हुई भाजपा-जदयू की स्वाभाविक दोस्ती में न ऐसी कोई मजबूरी है, न सीटों के तालमेल में कोई मुश्किल होने वाली है.'
सुशील मोदी ने लिखा कि, 'राहुल गांधी की कृपा चाहने वालों को पहले अपनी इज्जत बचानी चाहिए.'
जनता दल यू ने रविवार को कहा था कि नीतीश कुमार ही बिहार में एनडीए का चेहरा होंगे. सुशील मोदी ने इस पर प्रक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र में नरेन्द्र मोदी और बिहार में नीतीश कुमार चेहरा हैं. इससे किसको इनकार है.
मोदी ने अगले ट्वीट में तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा, 'जिस परिवार के 11 में से छह सदस्यों के चेहरों पर चारा घोटाला, मनी लॉन्ड्रिंग और करोड़ों रुपए की बेनामी संपत्ति के दाग हों. उस परिवार के लोग दूसरों पर अमर्यादित टिप्पणी कर अपना ही चरित्र बता रहे हैं.'
मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां सुकन्या समृद्धि योजना के तहत 1.26 करोड़ बालिकाओं के खाते खुलवाए. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार ने कन्या उत्थान योजना लागू कर हर बेटी को जन्म से ग्रेजुएट होने तक 50,140 रुपए की सहायता देने की योजना लागू की. बिहार की एनडीए सरकार ने निकाय चुनाव में महिलाओं को 50 फीसद आरक्षण दिया. केंद्र सरकार ने 12 साल से कम उम्र की बच्ची से दुष्कर्म पर फांसी का कानूनी प्रावधान किया. डबल इंजन की सरकार बिहार में पीएम-सीएम दोनों के चेहरे पर जन समर्थन मांगेगी.