बिहार में जहरीली शराब पीने के कारण गोपालगंज में दो लोगों की मौत हो गई, वहीं मुजफ्फरपुर में भी 5 लोगों की जान चली गई. इन घटनाओं को लेकर प्रदेश के सत्ताधारी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के घटक हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (एचएएम) ने तल्ख तेवर अपना लिए हैं. जीतनराम मांझी की पार्टी ने सीएम नीतीश कुमार से मांग की है कि गोपालगंज और मुजफ्फरपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाएं.
मांझी की पार्टी की ओर से यह मांग भी की गई है कि जिन जिलों में भी अवैध शराब का कारोबार चल रहा है या जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हो रही है, उन जिलों के एसपी के खिलाफ सरकार त्वरित कार्रवाई करे, हत्या का मुकदमा दर्ज कराए. एचएएम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने आरोप लगाया है कि बिहार में पुलिस पदाधिकारियों की मिलीभगत से ही अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है.
उन्होंने कहा कि जब बिहार में शराब बंदी लागू है तो आखिर किस तरीके से प्रदेश में अवैध शराब का कारोबार फल-फूल रहा है और उसकी बिक्री हो रही है? दानिश रिजवान ने कहा कि किसी भी जिले में अगर जहरीली शराब बिक रही है या शराब का कारोबार चल रहा है तो उसकी सीधी जवाबदेही वहां के पुलिस अधीक्षक की होनी चाहिए. गौरतलब है कि बिहार के दो जिलों में जहरीली शराब के कारण मौत की घटनाएं सामने आई थीं.
मुजफ्फरपुर में 17 फरवरी को जहरीली शराब के सेवन से दो लोगों की जहरीली शराब के सेवन से मौत हो गई थी. जहरीली शराब के सेवन की इसी घटना में तीन और लोगों ने 18 फरवरी को दम तोड़ दिया था. इससे पहले पिछले हफ्ते गोपालगंज में भी जहरीली शराब के सेवन से दो लोगों की मौत हो गई थी. इन्हीं दोनों घटनाओं को लेकर एचएएम ने एसपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.