जनता दल यूनाइटेड ने कहा है कि केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे के जेल जाने के बाद लोगों को एहसास हो ही गया होगा कि बिहार में कानून का राज चलता है. इस पूरे मामले से उन्हें कानून के अनुपालन का एहसास हो गया होगा. जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि अर्जित ने पुलिस की दबिश की वजह से अपनी गिरफ्तारी दी है. साथ ही उन्होंने कहा कि अर्जित खुद को बेगुनाह बताता है तो वह कोर्ट को बताए जनता को बताने से क्या होगा?
बता दें कि केंद्रीय मंत्री अश्वनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत चौबे ने शनिवार की देर रात पटना से गिरफ्तार किया गया, हालांकि उनका दावा है कि उन्होंने खुद पुलिस के सामने सरेंडर किया है. इससे पहले शनिवार को ही अर्जित शाश्वत की अग्रिम जमानत की याचिका भागलपुर कोर्ट ने खारिज कर दी थी. उसके बाद पुलिस को कुर्की जब्ती का आदेश भी मिल गया था. अर्जित पर बिना प्रशासन की इजाजत शोभायात्रा निकालना और दंगा फैलाने का आरोप है. अर्जित को रविवार को भागलपुर कोर्ट में पेश कर 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है.
गिरफ्तारी के वक्त लगे 'जय श्री राम' के नारे
इससे पहले गिरफ्तारी को लेकर अर्जित शाश्वत ने एक बार फिर सफाई दी. शाश्वत का कहना है कि उनके खिलाफ साजिश के तहत सभी झूठे आरोप लगाए गए हैं. गिरफ्तारी के वक्त अर्जित के समर्थकों ने 'जय श्रीराम' के नारे लगाए. वहीं गिरफ्तारी के बाद सांसद पिता से मिलने वाली मदद को लेकर सवाल के जवाब में अर्जित शाश्वत ने कहा, 'वो मुझे क्यों नहीं बचाएंगे, पिता का काम होता है कि सही काम में बच्चे का साथ देना. अगर मैं गलत होता, तो मेरे पिता कभी सामने नहीं आते.'