साइकॉटिक डिप्रेशन को डीप डिप्रेशन भी कहा जाता है. इस मेंटल हेल्थ प्रोब्मल का शिकार व्यक्ति हमेशा उदास रहता है और उसके स्लीपिंग पैटर्न के साथ खानपान में भी बदलाव होता है. साइकॉटिक डिप्रेशन से पीड़ित इंसान भ्रम में जीने लगता है. कई बार उसे कुछ ऐसी आवाजें और लोग दिखाई देते हैं, जो सचमुच में होते ही नहीं है. इसके अलावा साइकॉटिक डिप्रेशन से जूझने वाला व्यक्ति हर बात के लिए खुद को ही दोषी समझने लगता है.
साइकॉटिक डिप्रेशन के लक्षण
1. हमेशा उदास रहना और मूड का खराब रहना.
2. किसी भी काम में मन ना लगना और उसमें मजा ना आना.
3. भूख कम होना और तेजी से वजन का घटना.
4. बहुत कम नींद आना या फिर जरूरत से ज्यादा नींद आना.
5. शरीर में थकावट महसूस करना और एनर्जी लेवल का डाउन होना.
6. बेवजह अपराधबोध में अपना जीवन जीना और हर गलत चीज के लिए खुद को दोषी ठहराना.
7. किसी भी काम में फोकस ना कर पाना.
8. कोई भी निर्णय लेने में परेशानी होना या फिर डिसीजन ना ले पाना.
9. साइकॉटिक डिप्रेशन का सबसे खतरनाक लक्षण है मन में बार-बार आत्महत्या के विचार आना.
क्यों होता है साइकॉटिक डिप्रेशन
1. अगर परिवार में पहले कोई साइकॉटिक डिप्रेशन से पीड़ित रह चुका है तो ऐसे में ये मेंटल डिसऑर्डर होने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इस मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारी का एक कारण जेनेटिक्स है.
2. अगर व्यक्ति के दिमाग में न्यूरोट्रांसमीटर जैसे सेरोटोनिन और डोपामाइन का संतुलन बिगड़ता है तो वह साइकॉटिक डिप्रेशन का शिकार हो सकता है क्योंकि ये न्यूरोट्रांसमीटर मूड को बैलेंस रखते हैं.
3. अगर किसी इंसान ने अपने बचपन में कोई दुर्घटना देखी है तो उसे साइकॉटिक डिप्रेशन हो सकता है.
4. शरीर में हार्मोन के असंतुलन की वजह से भी साइकॉटिक डिप्रेशन होता है. खासतौर पर महिलाओं में इस मेंटल हेल्थ प्रोब्लम का मुख्य कारण हार्मोनल इंबैलेंस है.
साइकॉटिक डिप्रेशन से कैसे करें बचाव
1. साइकॉटिक डिप्रेशन का उपचार एंटीसाइकॉटिक दवाओं के माध्यम से किया जा सकता है. इसलिए अगर आप इस मेंटल हेल्थ प्रोब्लम से जूझ रहे हैं तो फौरन किसी अच्छे मनोचिकित्सक के पास जाएं.
2. साइकॉटिक डिप्रेशन के इलाज के लिए व्यक्ति को टॉक थेरेपी दी जाती है, जिससे उसे काफी हद तक आराम मिलता है.
3. अगर आप साइकॉटिक डिप्रेशन से पीड़ित है तो ज्यादा से ज्यादा वक्त अपने करीबियों के साथ बिताएं. इससे आपका मन हल्का होगा और तकलीफ कम होगी.
4. योगा, मेडिटेशन, हेल्दी खाना और पर्याप्त नींद साइकॉटिक डिप्रेशन से उबरने में काफी मददगार होते हैं.