भारत के लोगों में खुशियों की कमी है. ऐसा हम नहीं वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट कहती है. हैप्पीनेस इंडेक्स में भारत 146 देशों में से 136वें स्थान पर पहुंच गया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना काल के दौरान और बाद में कई भारतीय चिंता और अवसाद के शिकार हो रहे हैं और 55 फीसदी से अधिक भारतीय कर्मचारी तनाव में हैं.
भारतीयों में बढ़ते तनाव और अवसाद को दूर करने का बेड़ा एस्ट्रो न्यूमरोलॉजी के जाने-माने अंकशास्त्री सिद्धार्थ एस. कुमार ने उठाया है. लोगों को बढ़िया जीवन जीने में मदद करने के मिशन के साथ ही उन्होंने ऑकल्ट साइंस, साउंड थेरेपी, एनर्जी हीलिंग, क्रिस्टल हीलिंग के क्षेत्रों में व्यापक शोध कार्य किया है.
कौन हैं सिद्धार्थ एस. कुमार
राजस्थान के अलवर फार्मेसी कॉलेज से फार्मेसी में स्नातक की डिग्री हासिल करने वाले सिद्धार्थ एस. कुमार ने शुरुआत में कॉरपोरेट की नौकरी की, लेकिन 2019 में कॉरपोरेट की आपाधापी में अवसाद का शिकार हो रहे लोगों को खुशहाल जीवन देने के लिए 'न्यूमरोवाणी' की शुरुआत की. कोरोना काल में न्यूमरोवाणी ने कई लोगों को अवसाद से बाहर निकाला.
सिद्धार्थ एस. कुमार ने बताया, 'हमारा व्यक्तिगत और सामाजिक जीवन एक-दूसरे के साथ जुड़ा हुआ है, अगर एक में समस्या होगी तो वह दूसरे को प्रभावित करती है. न्यूमरोवाणी के जरिए हम अंकशास्त्र, ज्योतिष, नाड़ी ज्योतिष, वैदिक ज्योतिष, पंच पक्ष एस्ट्रोलॉजी, केपी एस्ट्रोलॉजी, क्रिस्टल, साउंड थेरेपी से लोगों को अवसाद से बाहर निकालते हैं.'
बर्थडेट के हिसाब से थेरेपी
लोगों को अवसाद से बाहर निकालने के लिए सिद्धार्थ एस. कुमार ने बिनौरल बीट्स और साउंड थेरेपी की भी शुरुआत की है, जहां व्यक्ति की जन्म तिथि और नाम के अनुसार थेरेपी की जाती है. सिद्धार्थ एस. कुमार का कहना है कि हमारी कोशिश है कि लोगों को अवसाद से बाहर निकाला जाए और उनकी दस गुना अधिक प्रोडक्टिविटी हो.
सिद्धार्थ एस. कुमार ने बताया कि हमने 10,000 कॉर्पोरेट कर्मचारियों पर पायलट स्टडी किया है. उन्होंने कहा कि हम लोगों की मदद करने के अलावा अवसाद खत्म करने का गुण सीखने के लिए उत्सुक नई प्रतिभाओं को ऑकल्ट साइंस भी सिखाते हैं, हमारी साइंटिफिक मेथड रेमेडीज पर आधारित है.
क्या होती है बिनौरल बीट्स और साउंड थेरेपी?
बिनौरल बीट्स में ध्वनि के जरिये माइंड प्रोग्रामिंग की जाती है, जिससे आप रिलैक्स महसूस करते हैं. इससे आप अपना फोकस बढ़ा सकते हैं और स्ट्रेस कम कर सकते हैं. 45 से 60 मिनट तक होने वाला सेशन एक साउंड हीलिंग एक्सपर्ट या हीलर के नेतृत्व में किया जाता है. सिद्धार्थ ने बताया कि हम बर्थडेट के हिसाब से साउंड थेरेपी देते हैं और इसका एक साइंटिफिक मेथड है.