चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाने वाला बरसात का मौसम बहुत ही सुहावना लगता है, लेकिन इस समय पर्यावरण में बहुत ज्यादा नमी होती है जिसकी वजह से खाने-पीने की चीजों के दूषित या खराब होने का खतरा बढ़ जाता है. दरअसल, इस तरह की कंडीशन में खाने-पीने की चीजों में बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं. ऐसे में बरसात के मौसम में बाहर का खाना खाने के लिए मना किया जाता है और तो और हेल्थ एक्सपर्ट्स हेल्दी रहने के लिए डाइट में बदलाव करने की सलाह देते हैं. साथ ही कुछ फल खाने के लिए भी मना करते हैं.
फलों का नाम सुनकर आपको थोड़ा अजीब लग सकता है क्योंकि आमतौर पर सभी तरह के फल सेहत के लिए अच्छे होते हैं, लेकिन बरसात के मौसम में कुछ फल जल्दी खराब हो सकते हैं और उनमें कीड़े भी हो सकते हैं. ऐसे में इन्हें खाने से इंफेक्शन, पेट की समस्या या फूड पॉइजनिंग हो सकती है. आज हम आपको ऐसे ही कुछ फलों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें बरसात के मौसम में खाने से बचना चाहिए.
1. अनानास: विटामिन सी और ब्रोमेलैन से भरपूर अनानास का नाम उन फलों में आता है, जो बरसात के मौसम में नहीं खाने चाहिए. मानसून के दौरान अनानास खाने से गले में जलन, खांसी या सर्दी को और बदतर बना सकता है. इसकी एसिडिक प्रॉपर्टीज बलगम बढ़ा सकती हैं और गले में सूजन पैदा कर सकती हैं.
2. तरबूज: तरबूज गर्मियों के लिए तो बहुत अच्छा होता है, लेकिन बरसात के मौसम के लिए नहीं. इसमें पानी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है, जो डाइजेन प्रॉसेस को धीमा कर देती है. अगर कटा हुआ तरबूज ताजा न खाया जाए, तो यह आसानी से खराब हो सकता है और इसे खाने से पेट फूलने, दस्त की समस्या हो सकती है.
3. अंगूर: अंगूरों को ठीक से साफ करना मुश्किल होता है क्योंकि ये छोटे-छोटे गुच्छों में उगते हैं. मानसून के दौरान, इनमें आसानी से फफूंद लग सकती है और गंदगी जमा हो सकती है. ऐसे में बिना धुले अंगूर खाने से पेट में संक्रमण, मतली या दस्त हो सकते हैं.
4. केले: ताजे केले खाना हेल्दी ऑप्शन होता है, लेकिन बरसात के मौसम में नमी के कारण ये जल्दी पक जाते हैं. ज्यादा पके केले जल्दी सड़ जाते हैं, मक्खियों को आकर्षित करते हैं और बैक्टीरिया के पनपने की जगह बन जाते हैं. इन्हें खाने से एसिडिटी, गैस और अपच हो सकती है.
5. बेरी (स्ट्रॉबेरी): बेरीज पानी आसानी से सोख लेती हैं, जिससे इनमें फफूंद और बैक्टीरिया लगने का खतरा बढ़ जाता है. धोने के बाद भी, नमी वाले मौसम में ये जल्दी खराब हो सकती हैं, जिससे उल्टी, पेट खराब या फ़ूड पॉइजनिंग हो सकती है.