नूपुर शर्मा मामले को लेकर एक हैरान कर देने वाला वीडियो वायरल हो गया है. इसे शेयर करते हुए कई लोग कह रहे हैं कि नूपुर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
ये वीडियो दरअसल दो अलग-अलग वीडियोज का कोलाज है. पहला वीडियो किसी मैदान का लग रहा है जहाँ खूब सारी भीड़ इकठ्ठा है. अफरा- तफरी का माहौल है. पीले कुर्ते वाली एक महिला को पुलिसवालों ने घेर रखा है. आसपास कई बैरिकेड्स भी दिख रहे हैं.
कोलाज के दूसरे वीडियो में सर पर काला कपड़ा बांधे एक शख्स कह रहा है, "ये वही नूपुर शर्मा है जिसने हमारे नबी की शान में गुस्ताखी की थी. चार दिन से फरार थी, आज फाइनली पकड़ी गई."
इस वीडियो कोलाज को पोस्ट करते हुए एक फेसबुक यूजर ने लिखा, "नूपुर शर्मा को जनता ने हाथ बांधकर धुलाई किया."
इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि ये वीडियो राजस्थान के चुरू में हुए किसानों के विरोध प्रदर्शन का है. इसमें दिख रही महिला नूपुर शर्मा नहीं, बल्कि भूमि बिरमी नाम की एक किसान नेता हैं.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
नूपुर शर्मा को 20 जून को कोलकाता पुलिस के सामने पेश होना था. लेकिन उन्होंने ये कहकर पुलिस से चार हफ्तों की मोहलत मांगी कि उनकी जान को खतरा है.
ये मामला इतना चर्चित है, लिहाजा अगर नूपुर गिरफ्तार हुई होती तो यकीनन ये एक बड़ी खबर होती. पर हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली.
इसके बाद हमने वायरल वीडियो की जांच शुरू की. पड़ताल के दौरान हमारी नजर वीडियो में दिख रहे एक पुलिसकर्मी के बैज पर पड़ी. हमने अलग-अलग राज्यों की पुलिस के बैज से इसकी तुलना करने पर पाया कि ये राजस्थान पुलिस के बैज से काफी मिलता है.
वीडियो के बारे में और जानकारी पाने के लिए हमने 'आजतक' के राजस्थान ब्यूरो से संपर्क किया. हमारे संवाददाता विजय चौहान ने बताया कि ये वीडियो राजस्थान में हुए किसानों के विरोध प्रदर्शन का है और वो खुद वहां मौजूद थे.
उनका कहना था,"ये घटना 15 जून को चुरू, राजस्थान में एसडीएम कार्यालय के सामने हुई थी. वीडियो में दिख रही महिला भूमि बिरमी है, जो कि भारतीय किसान यूनियन के गैर-राजनीतिक संगठन की नेता है.
उन्होंने हमें इस घटना का एक दूसरा वीडियो भेजा, जिसे नीचे देखा जा सकता है.
टॉप एंगल से बनाए गए इस वीडियो और वायरल वीडियो के बीच हमें कई समानताएं दिखीं. जैसे, भूमि का हाथ पकड़ने वाली महिला के सर पर ओढ़ा हुआ गुलाबी रंग का कपड़ा, उनके पास लगा बैरिकेड, आदि.
इसके बाद हमने भूमि बिरमी से संपर्क किया. उन्होंने 'आजतक' को बताया कि वायरल वीडियो में दिख रही महिला वही हैं. साथ ही, उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि न तो नूपुर शर्मा इस घटना के दौरान वहां मौजूद थीं और न ही इस मामले में पुलिस ने कोई गिरफ्तारी की थी.
वीडियो में दिख रहे प्रदर्शन के बारे में भूमि ने बताया कि किसान अपनी फसलों के इंश्योरेंस की मांग को लेकर कई दिनों से चुरु जिले के तारानगर शहर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. ये घटना उसी प्रदर्शन के 99वें दिन की है, जब हजारों की संख्या में किसान एसडीएम कार्यालय के सामने इकट्ठा हुए थे. इस दौरान किसानों और पुलिस के बीच किसी बात को लेकर झड़प हो गई. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया.
इस घटना का पूरा वीडियो भूमि ने अपने फेसबुक अकाउंट पर 15 जून को अपलोड किया था.
हमने ये भी पाया कि कई मीडिया आउटलेट्स ने चुरू में हुए किसानों के इस प्रदर्शन को लेकर खबर छापी थी, जिसमें भूमि के नाम का भी जिक्र था.
नूपुर शर्मा प्रकरण को लेकर इससे पहले भी कई बार फर्जी खबरें फैलाई जा चुकी हैं. उस वक्त भी 'आजतक' ने इनकी सच्चाई बताई थी. ऐसे ही कुछ फैक्ट चेक आप यहां और यहां पढ़ सकते हैं.