scorecardresearch
 

फैक्ट चेक: सफेद साड़ी में पोज देती ये महिला कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति नहीं हैं

सफेद साड़ी पहनकर इतराती और अलग-अलग स्टाइल में पोज देती एक लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि ये शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति सिंह हैं.

Advertisement

आजतक फैक्ट चेक

दावा
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे शहीद अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति सिंह इंस्टाग्राम रील बनाने के लिए में पोज दे रही हैं.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वीडियो में दिख रही महिला स्मृति सिंह नहीं, ​बल्कि मॉडल रेशमा सेबेस्टियन हैं.

सफेद साड़ी पहनकर इतराती और अलग-अलग स्टाइल में पोज देती एक लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहा है. कुछ लोगों का कहना है कि ये शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति सिंह हैं.

5 जुलाई को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी स्मृति सिंह और मां मंजू सिंह को कीर्ति चक्र पुरस्कार प्रदान किया था. लेकिन बाद में अंशुमान के माता-पिता ने मीडिया को दिए गए कुछ इंटरव्यूज में इस बात को लेकर दुख जाहिर किया कि वो अपने बेटे को मिले पुरस्कार को ठीक से हाथ में भी नहीं ले पाए और उनकी बहू स्मृति उनके बेटे की तमाम निशानियां लेकर अपने मायके चली गईं.

इस विवाद के बाद से ही सफेद साड़ी वाली लड़की को स्मृति सिंह बताते हुए वायरल वीडियो शेयर किया जा रहा है. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए तमाम लोग स्मृति की आलोचना कर रहे हैं.

एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "एक करोड़ और शौर्य चक्र लेकर इंस्टाग्राम पर खूबसूरती बिखेरती शहीद की पत्नी."

Advertisement

फैक्ट चेक

ऐसे ही दो पोस्ट्स का आर्काइव्ड वर्जन यहां और यहां देखा जा सकता है.

आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि वीडियो में दिख रही महिला स्मृति सिंह नहीं, बल्कि मॉडल रेशमा सेबेस्टियन हैं.

कैसे पता लगाई सच्चाई?

वायरल वीडियो वाले एक पोस्ट पर कमेंट करते हुए एक इंस्टाग्राम यूजर ने रेशमा सेबेस्टियन नामक मॉडल को टैग किया था.

इस जानकारी की मदद से सर्च करने पर हमने पाया कि रेशमा सेबेस्टियन ने ये वीडियो 24 अप्रैल, 2024 को पोस्ट किया था.

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Reshma Sebastian (@reshsebu)

  

इसके अलावा, 14 जुलाई को रेशमा ने इस मामले को लेकर एक स्पष्टीकरण भी जारी किया. इसमें उन्होंने लिखा ये कैप्टन अंशुमान सिंह की विधवा स्मृति सिंह का इंस्टाग्राम अकाउंट नहीं है. रेशमा ने लोगों से गुजारिश भी की है कि वो झूठी जानकारियां शेयर न करें और नफरत भरे कमेंट करने से बचें.

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Reshma Sebastian (@reshsebu)

स्मृति सिंह और रेशमा सेबेस्टियन की तस्वीरों की तुलना करने से भी ये बात साफ हो जाती है कि दोनों का हेयर स्टाइल भले ही एक-जैसा हो, लेकिन उनके चेहरे के फीचर्स में काफी फर्क है.

फैक्ट चेक

सेना के 'नेक्स्ट ऑफ किन' नियम पर अंशुमान के माता-पिता ने उठाया है सवाल

टाइम्स नाउ की रिपोर्ट के मुताबिक कैप्टन अंशुमान के माता-पिता ने भारतीय सेना की निकटतम परिजन नीति (एनओके) में संशोधन की मांग की है. इस नीति के तहत सेना में तैनात किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने पर उसके निकटतम रिश्तेदार को वित्तीय मदद और सम्मान दिए जाते हैं. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, सैन्यकर्मी अपनी मर्जी से 'नेक्स्ट ऑफ किन' तय करता है.

Advertisement

क्या बोले शहीद कैप्टन अंशुमान के पिता?

शहीद कैप्टन अंशुमान के पिता रवि प्रताप सिंह ने पैसे से संबंधित किसी भी विवाद से पूरी तरह इनकार किया है. उन्होंने आजतक को बताया, "उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से 50 लाख रुपये की सहायता राशि दी गई थी, जिसमें से 35 लाख रुपये स्मृति को और 15 लाख रुपये हमें मिले हैं. वहीं, आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस फंड के तहत मिले एक करोड़ रुपये में से हमें 50 लाख रुपये और 50 लाख रुपये स्मृति को मिले हैं. मैंने ऐसा कभी नहीं कहा कि मेरी बहू सारे पैसे लेकर भाग गई, हालांकि कुछ वेबसाइट्स में और सोशल मीडिया पर ये झूठा दावा किया जा रहा है.”

रवि प्रताप सिंह ने हमें बताया कि स्मृति के नाम पर जो पोज देती हुई महिला का वीडियो वायरल हो रहा है, वो भी किसी और का है.

रवि प्रताप सिंह ने कहा कि वो सरकार से सिर्फ ये चाहते हैं कि भारतीय सेना की निकटतम परिजन नीति (एनओके) में इस प्रकार का संशोधन किया जाए जिससे ये सुनिश्चित हो सके कि पत्नी और माता-पिता में से किसी भी पक्ष के साथ अन्याय न हो. उन्होंने हमें ये भी बताया कि स्मृति शादी से पहले आईसीआईसीआई लोम्बार्ड कंपनी में नौकरी करती थीं लेकिन अंशुमान की शहादत के बाद जब वो अपने मायके चली गईं, तो वो किसी स्कूल में पढ़ाने लगी थीं.

Advertisement

जुलाई 2023 में शहीद हुए थे कैप्टन अंशुमान सिंह

19 जुलाई 2023 को कैप्टन अंशुमान सिंह की सियाचिन के एक सैन्य कैंप में आग लगने के चलते मृत्यु हो गई थी. हालांकि उन्होंने अपने कई साथियों की जान बचा ली थी. उनकी वीरता के लिए उन्हें हाल ही में मरणोपरांत कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया.

---- समाप्त ----
Live TV

क्या आपको लगता है कोई मैसैज झूठा ?
सच जानने के लिए उसे हमारे नंबर 73 7000 7000 पर भेजें.
आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
Advertisement
Advertisement