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फैक्ट चेक: नन्हे फैन संग शाहरुख की पुरानी फोटो गलत दावे के साथ वायरल

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर करीब तीन साल पुरानी है, हालांकि यह सच है कि शाहरुख खान के मीर फाउंडेशन ने मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन वाले बच्चे की मदद की है.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर मृत मां के साथ खेलते जिस बच्चे का वीडियो जारी हुआ था, उस बच्चे के साथ शाहरुख की तस्वीर.
सोशल मीडिया यूजर्स
सच्चाई
वायरल हो रही तस्वीर करीब तीन साल पुरानी है.

कुछ दिनों पहले बिहार के मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें प्लेटफॉर्म पर रखे मां के शव के साथ एक बच्चा खेलता नजर आ रहा था. बेहद मार्मिक इस वीडियो को देख कई लोगों ने दुख व्यक्त किया था. हाल ही में सोशल मीडिया पर बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान की एक बच्चे के साथ तस्वीर वायरल हो रही है. दावा किया जा रहा है कि यह वही बच्चा है जिसका वीडियो कुछ दिन पहले वायरल हुआ था. शाहरुख ने इस बच्चे की मदद की है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल हो रही तस्वीर करीब तीन साल पुरानी है, हालांकि यह सच है कि शाहरुख खान के मीर फाउंडेशन ने मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन वाले बच्चे की मदद की है. फेसबुक यूजर “Emotion KKR” ने यह तस्वीर शेयर करते हुए बंगाली भाषा में कैप्शन लिखा, जिसका हिंदी अनुवाद है: “किंग खान उसी छोटे बच्चे के साथ. मुजफ्फरनगर स्टेशन पर मां के शव के साथ खेलते जिस बच्चे का वीडियो वायरल हुआ था, शाहरुख ने उस बच्चे की पूरी जिम्मेदारी उठा ली है.”

पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है. प्रवासी श्रमिक अरविना खातून ने अपने परिवार के साथ अहमदाबाद से श्रमिक स्पेशल ट्रेन ली थी, जिसके बाद ट्रेन में ही महिला की मौत हो गई. उसके शव को मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म पर रख कर चादर से ढंका गया था, जबकि चादर से खेलते हुए उसके एक बच्चे का वीडियो वायरल हुआ था.

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AFWA की पड़ताल

वायरल हो रही तस्वीर को जब हमने रिवर्स सर्च की मदद से ढूंढा तो हमें यह तस्वीर कुछ न्यूज आर्टिकल्स में मिल गई. 18 मार्च, 2017 को प्रकाशित हुई इस रिपोर्ट के अनुसार यह तस्वीर मुंबई के नानावटी अस्पताल की है, जहां शाहरुख खान बोन मैरो ट्रांसप्लांट सेंटर का उद्घाटन करने पहुंचे थे. आर्टिकल में इस समारोह की और भी तस्वीरें देखी जा सकती हैं.

हमें यह तस्वीर वेबलर डॉट कॉम नाम की एक वेबसाइट पर अपलोड किए गए एक वीडियो में भी दिखी. यह वीडियो 20 मार्च, 2017 को अपलोड किया गया था. वीडियो के साथ वॉइसओवर में यह कहते सुना जा सकता है कि तस्वीर नानावटी अस्पताल की ही है, जहां शाहरुख ने अपने नन्हे फैन के साथ पोज दिया.

शाहरुख खान के मीर फाउंडेशन ने हाल ही में मुजफ्फरपुर स्टेशन वाले उस बच्चे को ढूंढा और उसकी मदद की. फाउंडेशन ने बच्चे की उसके ग्रैंडपेरेंट्स के साथ तस्वीर साझा करते हुए उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया, जिनकी मदद से उस बच्चे तक पहुंचना संभव हो पाया था. शाहरुख खान ने भी ट्वीट कर बच्चे की हिम्मत बढ़ाई और सबका शुक्रिया अदा किया.

कोरोना संकट के दौरान शाहरुख और गौरी खान मदद के लिए आगे आए हैं. उनकी कंपनी ने कुल 7 इनिशिएटिव लॉन्च किए हैं, जिसमें स्वास्थ्य कर्मचारियों को पीपीई किट से लेकर जरूरतमंदों को राशन देने तक का काम किया जा रहा है.

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इतना ही नहीं, शाहरुख ने बांद्रा स्थित अपने चार मंजिला दफ्तर को बीएमसी को क्वारनटीन सेंटर बनाने के लिए दिया है. इसे क्वारनटीन सेंटर बनाने के लिए गौरी खान ने खुद इसे रीडिजाइन किया है. उन्होंने इसका एक वीडियो भी शेयर किया था.

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#GauriKhanDesign‘s refurbished this office ...a quarantine zone providing essentials and services to those in need. We must stand together and stand strong in this fight against #Covid19. @meerfoundationofficial @iamsrk #Repost @meerfoundationofficial ・・・ Making space for each other. #MeerFoundation has effectively transformed the 4-storey private office building, offered by @gaurikhan and @iamsrk, into quarantine quarters under @my_bmc's guidance. In this fight, we stand together stronger than ever before.

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लिहाजा यह साफ हुआ कि शाहरुख खान ने मुजफ्फरपुर स्टेशन वाले बच्चे की मदद जरूर की है, लेकिन वायरल हो रही फोटो में दिख रहा बच्चा वो नहीं है.

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