देश के कई राज्य इस समय भीषण बाढ़ की चपेट में हैं. सबसे ज्यादा तबाही गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में देखने को मिल रही है. तेलंगाना के जगतियाल जिले में एक टीवी पत्रकार जमीरुद्दीन की कार बाढ़ के पानी में बह गई जिसके तीन दिन बाद उनका शव बरामद हुआ वो एनडीआरएफ की मदद से गोदावरी नदी में फंसे नौ मजदूरों को बचाने के बाद वापस लौट रहे थे.
अब इस घटना के संदर्भ में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो गया है जिसमें एक जीप बाढ़ के पानी के तेज बहाव में बह जाती है.
वीडियो को पोस्ट करते हुए एक ट्विटर यूजर ने लिखा, “तेलंगाना के जगतियाल में बाढ़ के पानी में स्क्राइब कार बह गई. वो गोदावरी नदी में फंसे 9 मजदूरों के बचाव अभियान के बाद वापस लौट रहे थे.”
कुछ न्यूज वेबसाइट्स ने भी सोशल मीडिया पर इसे जगतियाल में पत्रकार के अपनी कार सहित बह जाने का वीडियो बताया है.
इंडिया टुडे की फैक्ट चेक टीम ने पाया कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो न तो हाल-फिलहाल का है और न ही तेलंगाना के जगतियाल का है. ये वीडियो पाकिस्तान का है और कम से कम साल 2020 से इंटरनेट पर मौजूद है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
कीवर्ड सर्च के जरिये तलाशने पर हमने पाया कि साल 2020 में इसे यूट्यूब पर शेयर किया था.
एक अन्य यूट्यूब यूजर ने इसे पाकिस्तान के बलूचिस्तान का वीडियो बताया था.
इतनी बात तो यहीं पर साबित हो जाती है कि ये वीडियो तेलंगाना में पत्रकार की कार बह जाने की हालिया घटना का नहीं है.
वीडियो को ध्यान से देखने पर इसमें कार के स्टेपनी कवर पर ‘पोटोहार’ लिखा हुआ दिखाई देता है. पोटोहार दरअसल एक तरह की एक जीप है, जिसे ‘पाक सुजुकी मोटर्स’ ने पाकिस्तान में लॉन्च किया था.

वीडियो में जीप की रजिस्ट्रेशन प्लेट का नंबर "BE 9119" भी लिखा दिखाई देता है. इस बारे में थोड़ी खोजबीन करने पर हमें पता लगा कि भारत में कारों की रजिस्ट्रेशन प्लेटों के नंबर इस फॉरमैट में नहीं होते.
इस तरह के नंबर पाकिस्तान की कारों
में होते हैं.
‘फैक्टली’ वेबसाइट भी इस वीडियो की सच्चाई बता चुकी है.
साफ है कि पाकिस्तान के एक पुराने वीडियो को तेलंगाना में पत्रकार की कार बह जाने की हालिया घटना से जोड़कर पेश किया जा रहा है.