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फैक्ट चेक: मणिपुर में पैसे बांटने का वीडियो शाहीन बाग के नाम से वायरल

दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में चल रहे प्रदर्शन का है, जहां कांग्रेस के सपोर्ट से प्रदर्शनकारियों को 500 रुपये दिन और 700 रुपये रात के बांटे जा रहे हैं.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को 500 रुपये दिन और 700 रुपये रात के बांटे जा रहे हैं.
फेसबुक पेज
सच्चाई
वायरल वीडियो मणिपुर के बिष्णुपुर जिले का है और करीब तीन साल पुराना है.

नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन जारी है. खासकर दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में सीएए और एनआरसी के विरोध में पिछले एक महीने से धरना-प्रदर्शन चल रहा है.

इसको लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में एक आदमी लाइन में खड़े लोगों को बारी-बारी से पैसे देता नजर आ रहा है. लोगों के हाथों में कांग्रेस पार्टी के झंडे दिखाई दे रहे हैं. साथ ही वीडियो के बैकग्राउंड में राहुल गांधी का ऑडियो सुना जा सकता है.

दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में चल रहे प्रदर्शन का है, जहां कांग्रेस के सपोर्ट से प्रदर्शनकारियों को 500 रुपये दिन और 700 रुपये रात के बांटे जा रहे हैं.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. वीडियो दिल्ली का नहीं बल्कि मणिपुर का है और करीब तीन साल पुराना है. वीडियो में राहुल गांधी का ऑडियो भी अलग से जोड़ा गया है. गिरिडीह झारखण्ड नाम के एक फेसबुक पेज ने वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, "लो भाई मिल गई पक्की सबूत शाहीन बाग दिल्ली में चल रहे PROTEST की सच्चाई, 500 रू दीन के और 700 रू रात के बाटे जा रहे हैं.. कांग्रेस की फुल सपोर्ट है ईन सब पर। करो जरा शेयर इस विडियो को.."

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खबर लिखे जाने तक इस वीडियो को 24000 से ज्यादा बार देखा जा चुका है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

InVid टूल के जरिए रिवर्स सर्च करने पर हमें यह वीडियो यूट्यूब पर मिला. वीडियो को LIFTF 2017 नाम के एक यूट्यूब चैनल ने 5 मार्च 2017 को अपलोड किया था. वीडियो के बैकग्राउंड में लोगों को मणिपुरी भाषा बोलते हुए सुना जा सकता है. वीडियो का कैप्शन अंग्रेजी में लिखा हुआ है, जिसका हिंदी अनुवाद है, “मणिपुर के इम्फाल में कांग्रेस के कार्यकर्ता खुलेआम मतदाताओं को रिश्वत देते दिख रहे हैं”.

दावे की पुष्टि के लिए हमने इम्फाल में मौजूद हमारे रिपोर्टर जीत निंगोम्बा से संपर्क किया. जीत ने हमें बताया कि वायरल वीडियो इम्फाल का नहीं, बल्कि मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में मोइरंग विधानसभा क्षेत्र के गांव क्वाक्ता का है.

जीत ने बताया, मार्च 2017 में मणिपुर में विधानसभा चुनाव के समय इस सीट से लड़ रहे मैरेम्बम पृथ्वीराज सिंह ने आम जनसभा बुलाई थी. उस दौरान सभा में आए लोगों को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने खुलेआम पैसे बांटे थे. यह वीडियो उस समय भी खूब वायरल हुआ था. तब जीत ने वायरल वीडियो की पड़ताल की थी.

वायरल वीडियो में राहुल गांधी की आवाज का ऑडियो असल में गुजरात का है. अक्टूबर 2017 में गांधीनगर में आयोजित नवसर्जन गुजरात जनादेश रैली को राहुल ने संबोधित किया था. राहुल गांधी के यूट्यूब चैनल पर ये भाषण 23 अक्टूबर 2017 को अपलोड किया गया था. वायरल वीडियो में राहुल की आवाज वाला हिस्सा इस भाषण में 2 मिनट 26 सेकंड से सुना जा सकता है.

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शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों को पैसे बांटने की चर्चा

सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो जमकर वायरल हुआ था. वीडियो में एक युवक कहते दिख रहा था कि शाहीन बाग में धरना दे रहीं महिलाओं को शिफ्ट के हिसाब से 500-700 रुपये का भुगतान किया जाता है. बीजेपी IT-CELL के प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस वीडियो को ट्विटर पर पोस्ट करके कांग्रेस पर अरोप लगाया था.

सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर तमाम दावे किए जा रहे हैं कि शाहीन बाग में जो लोग धरने पर डटे हुए हैं उन्हें इसके लिए बाकायदा पैसे दिए जा रहे हैं. इन आरोपों में कितनी सच्चाई है, इसके बारे इस वक्त हमारे पास कोई पुख्ता जानकारी नहीं है.

AFWA ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो दिल्ली के शाहीन बाग का नहीं, बल्कि मणिपुर का है और करीब तीन साल पुराना है.

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आप हमें factcheck@intoday.com पर ईमेल भी कर सकते हैं
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