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एबीपी की एंकर रुबिका लियाकत के नाम फर्जी बयान वायरल

एबीपी न्यूज चैनल की प्राइम टाइम एंकर रुबिका लियाकत के हवाले से दिया जा रहा बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस बयान को सच मानकर कुछ लोग रुबिका की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं!!

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
एबीपी न्यूज चैनल की एंकर रुबिका लियाकत ने कहा है कि मंदिर में रमजान इफ्तार और नमाज का आयोजन तो हमेशा होता है, लेकिन मुसलमानों ने आज तक एक भी मस्जिद में नवरात्री पूजा का आयोजन नहीं किया. मुझे शर्म आती है, क्या ये सेक्युलरिज्म का ठेका सिर्फ हिन्दू भाइयों ने लिया है.
'हिन्दुत्व की हुंकार मोदी की दहाड़' नाम का फेसबुक पेज
सच्चाई
रुबिका लियाकत के हवाले से दिया जा रहा ये बयान फर्जी है. उन्होंने कभी भी इस तरह का बयान नहीं दिया है.

'मंदिर में रमजान इफ्तार और नमाज का आयोजन तो हमेशा होता है, लेकिन मुसलमानों ने आजतक एक भी मस्जिद में नवरात्रि पूजा का आयोजन नहीं किया. मुझे शर्म आती है, क्या ये सेक्युलरिज्म का ठेका सिर्फ हिंदू भाइयों ने लिया है? -रुबिका लियाकत'

एबीपी न्यूज चैनल की प्राइम टाइम एंकर रुबिका लियाकत के हवाले से दिया जा रहा ये बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस बयान को सच मानकर कुछ लोग रुबिका की तारीफ कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं. पोस्ट में रुबिका का एक फोटो है और कैप्शन में लिखा है- रुबिका लियाकत को जान से मारने की धमकी दे रहे मुसलमान..!!

इंडिया टुडे एंटी फेक न्यूज वॉर रूम ने पाया कि रुबिका के नाम पर वायरल हो रहा ये बयान फर्जी है. इस पोस्ट को 'हिंदुत्व की हुंकार मोदी की दहाड़' नाम के एक फेसबुक पेज ने एक जून को शेयर किया था. तब से लेकर अब तक इस पोस्ट को 17000 से भी ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं. 'Narendra Modi club' नाम के एक फेसबुक पेज ने भी इस पोस्ट को शेयर किया था.

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इस बारे में हमारी बात रुबिका लियाकत से हुई. रुबिका का कहना था कि ये पोस्ट झूठी है और उन्होंने कभी भी इस तरह का बयान नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि जितना प्यार उन्हें हिंदुओं से है उतना ही मुसलमानों से. इस पोस्ट का खंडन उन्होंने अपनी ट्विटर प्रोफाइल पर भी किया है.

हमने रुबिका लियाकत की सोशल मीडिया प्रोफाइल भी खंगाली, लेकिन हमें उनके द्वारा दिया गया ऐसा कोई बयान नहीं मिला. मंदिर में इफ्तार के आयोजन को लेकर किया गया ये पोस्ट एक जून के आसपास शेयर होना शुरू हुआ था. गौर करने वाली बात है कि इसी समय रमजान का वक्त था जिसकी वजह से लोगों ने इस पर जमकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की थी.

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