
दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर कथित तौर पर लगे एक वॉटर कूलर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें ‘ड्रिंक वॉटर, थिंक हुसैन’ और ‘या हुसैन’ जैसे स्लोगन लिखे हैं. एक फेसबुक यूजर ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है, “भारत के इस्लामीकरण की तैयारी दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर पानी पीने से पहले हुसैन के पास जाना जरूरी है, दिल्ली मे केजरीवाल क्या करने वाले हैं जनता को आग्रह करना चाहते हैं पानी पीने से पहले हुसैन को याद करना पड़ेगा.”

इस पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वायरल तस्वीर में दिख रहा हुसैन के स्लोगन वाला वॉटर कूलर साल 2018 में छत्तीसगढ़ के रायपुर रेलवे स्टेशन में लगाया गया था. बाद में विवाद के चलते इसमें से हुसैन के स्लोगन वाले पोस्टर हटा दिए गए थे.
क्या है सच्चाई
वायरल तस्वीर को रिवर्स सर्च करने पर हमें यही तस्वीर 2018 के एक ट्वीट में मिली. यहां इस पर कमेंट करते हुए एक यूजर ने लिखा था कि ये रायपुर की तस्वीर है. वहीं एक दूसरे यूजर ने लिखा था कि अब इसे हटा दिया गया है.

इससे हमें अंदाजा हुआ कि ये तस्वीर रायपुर की हो सकती है. कीवर्ड सर्च के जरिये तलाशने पर हमें पत्रकार हुसैन रिजवी का 5 मई 2018 का एक ट्वीट मिला, जिसमें उन्होंने जानकारी दी थी कि ‘हू इज हुसैन’ नाम की एक संस्था ने हुसैन से प्रेरणा लेते हुए रायपुर, छत्तीसगढ़ के रेलवे स्टेशन में वॉटर कूलर लगवाया था.
Taking #inspiration from #Hussain(as), @WhoisHussain_In's #volunteers in #Raipur #Chhattisgarh installed #water cooler for #passengers at the #railway station.
— Hussain Rizvi हुसैन حسین رضوی (@TheHussainRizvi) May 5, 2018
True serving to humanity!
Thanks to @WhoIsHussain#WaterIsLife#Humanity #SalamYaHussain #Karbala #امام_حسین pic.twitter.com/oqZllv0L1z
‘हू इज हुसैन’ संस्था ने भी 5 मई 2018 को अपने फेसबुक पेज पर हुसैन के स्लोगन वाले वॉटर कूलर लगाए जाने की तस्वीरें शेयर की थीं. इस पोस्ट में लिखा था, ‘संस्था ने 4 मई 2018 को रायपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 2 पर 380 लीटर क्षमता वाला एक वॉटर कूलर लगवाया.’
‘टीवी9 भारतवर्ष’ के पत्रकार समीर अब्बास ने 12 मई 2018 को एक ट्वीट के जरिये आक्रोश जाहिर किया था कि विवाद के चलते ये हुसैन के स्लोगन वाले पोस्टर अब वॉटर कूलर से हटा दिए गए हैं. उन्होंने लिखा था, “इमाम हुसैन को यज़ीद की ज़ालिम फ़ौज ने 3 दिन का भूखा-प्यासा शहीद किया था. इसीलिए कहा जाता है #DrinkWaterThinkHussain यानि आप पानी की अहमियत समझें पर अफ़सोस इस बात का कि कुछ कट्टरपंथियों को रायपुर स्टेशन पर एक NGO के लगाए प्याऊ पर हुसैन का नाम लिखा चुभने लगा और इसे ज़बरन हटा दिया.”
इमाम हुसैन को यज़ीद की ज़ालिम फ़ौज ने 3 दिन का भूखा-प्यासा शहीद किया था। इसीलिए कहा जाता है #DrinkWaterThinkHussain यानि आप पानी की अहमियत समझें पर अफ़सोस इस बात का कि कुछ कट्टरपंथियों को रायपुर स्टेशन पर एक NGO के लगाए प्याऊ पर हुसैन का नाम लिखा चुभने लगा और इसे ज़बरन हटा दिया। pic.twitter.com/8tO5RcSGTY
— Samir Abbas (@TheSamirAbbas) May 12, 2018
‘मिलीगजेट’ वेबसाइट ने इस मसले को लेकर सवाल उठाया था कि भारत के अन्य रेलवे स्टेशनों के वॉटर कूलर्स में लगे दूसरे धर्मों के संदेश वाले पोस्टर भी अब हटवाए जाएंगे? पिछले साल ‘एसएमहोक्स स्लेयर’ वेबसाइट भी इस दावे की सच्चाई बता चुकी है. हमारी पड़ताल से ये बात साफ हो जाती है कि रायपुर, छत्तीसगढ़ में तकरीबन तीन साल पहले लगाए गए हुसैन के स्लोगन वाले वॉटर कूलर को अब दिल्ली का बताते हुए शेयर किया जा रहा है.