कोरोना संकट और लॉकडाउन पर आज यानी शनिवार को 'ई-एजेंडा आजतक का मुख्यमंत्री स्पेशल' कार्यक्रम हुआ. इस कार्यक्रम में देश के 16 राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने कोरोना-लॉकडाउन पर एक्शन प्लान बताया. 'ई-एजेंडा आजतक सीएम स्पेशल' में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी सरकार का एक्शन प्लान बताया. सीएम केजरीवाल ने कहा कि लॉकडाउन से देश से कोरोना खत्म नहीं होने वाला है.
ई-एजेंडा कार्यक्रम में सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर हम सोचें कि किसी एरिया में लॉकडाउन कर दिया और वहां केस जीरो हो जाएंगे, ऐसा पूरी दुनिया में नहीं हो रहा है. अगर हम पूरी दिल्ली को लॉकडाउन करके छोड़ दें तो केस खत्म नहीं होने वाले. लॉकडाउन कोरोना को कम करता है. केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री जी को बधाई देना चाहता हूं कि उन्होंने समय रहते 24 मार्च को लॉकडाउन लागू कर दिया.
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दिल्ली ने 17-1800 केस से की शुरुआत
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली ने सबसे मुश्किल लड़ाई लड़ी है. जिस टाइम बाकी राज्यों में 0 केस थे, दिल्ली ने 17 से 1800 केस से शुरूआत की थी. मार्च में विदेशों से कई भारतीय दिल्ली आए. कई फ्लाइट्स के अंदर कोरोना से संक्रमित थे. हमने केंद्र सरकार से मिलकर सभी लोगों को क्वारनटीन किया. सबके इलाज का इंतजाम किया और फिर मरकज का मामला हुआ.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मरकज से कम से कम 3200 लोगों को निकाला. इसमें से 1100 लोग संक्रमित मिले और 700-800 विदेशों से आए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई. काफी कंट्रोल किया गया है. हमने 35 हजार से अधिक लोगों को होम क्वारनटीन किया था. अगर हमने शुरुआती कदम न उठाए होते तो दिल्ली में 25 से 30 हजार केस होते, इसलिए मैं कह रहा हूं दिल्ली ने मुश्किल लड़ाई लड़ी.
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मरकज केस में स्थानीय प्रशासन ने की लापरवाही
मरकज केस में पुलिस-प्रशासन की लापरवाही पर सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे लापरवाही लगती है. 10-12 दिन तक लोग साथ थे और लोकल प्रशासन और पुलिस को पता था. मैं सोच रहा था कि क्या हुआ होगा? कुछ लोग कोरोना के मरीज होंगे, जो वहां पर आएं. उनके कारण बाकी लोग संक्रमित होते गए. इतनी बड़ी संख्या में लोग अगर मौजूद थे तो स्थानीय प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए थी.
सरकार के बुलिटेन में मरकज का जिक्र क्यों नहीं?
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि जब मरकज से लोग निकाले गए थे तो उनका टेस्ट होने में काफी दिन लगा था. यही वजह है कि शुरुआत में राज्य सरकार की ओर से जारी बुलिटेन में मरकज का जिक्र किया जाता था, लेकिन अब उससे जुड़े केस सामने नहीं आ रहा हैं तो उसका जिक्र करना जरूरी नहीं है. कोरोना के लिए किसी को जिम्मेदार ठहराना गलत है. यह बीमारी तो विदेश से आई है.
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देश में 37 हजार से अधिक केस
दिल्ली में कोरोना के अब तक 3 हजार 738 केस की पुष्टि हो चुकी है. इसमें 61 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1167 लोग ठीक हो चुके हैं. वहीं, देश में कोरोना के 37 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 37 हजार 336 कंफर्म केस की पुष्टि हुई है. इसमें से 1218 लोगों की मौत हो चुकी है.