Anupamaa written update: अनुज के एक्सीडेंट के बाद अनुपमा को कहीं ना कहीं प्यार का एहसास होने लगा है. पिछले एपिसोड में दिखाया कि अनुपमा ने अनुज को हॉस्पिटल ले जाने के बाद अनुपमा घबराकर वनराज को फोन करती हैं. वनराज के तुरंत हॉस्पिटल पहुंचने पर अनुपमा रोते-रोते अपने दिल का हाल वनराज को बयां कर देती हैं. अनुपमा कहती हैं कोई किसी का इतने साल इंतजार कैसे कर सकता है. जैसे अनुज ने मेरा किया. उन्होंने तो अपने दिल की बात कह दी लेकिन मैं नहीं कर पाई. वनराज चुपचाप अनुपमा की बातें सुनते रहते हैं, जिससे उन्हें एहसास होता है कि अनुपमा के दिल में अनुज के लिए दोस्ती से ज्यादा बहुत कुछ है.
डॉक्टर की बात सुनकर अनुपमा को झटका लगता है कि अनुज की सर्जरी करनी पड़ेगी, आप पेपर्स पर साइन कर दीजिए. वनराज अनुपमा को समझाते हैं कि सजर्री के लिए यह बहुत जरूरी है. कांपते हुए हाथ से अनुपमा जैसे तैसे साइन कर देती हैं.
अनुपमा के साथ से बचेगी अनुज की जान
डॉक्टर के हॉस्पिटल से जाने की बात पर अनुपमा लड़ पड़ती हैं, साथ ही जीके भी रुकने की जिद करते हैं लेकिन बापूजी उन्हें घर जाने के लिए मना लेते हैं. अंत में वनराज और अनुपमा अनुज की देखरेख के लिए हॉस्पिटल में रुक जाते हैं.
लेकिन घर पर काव्या को जब यह बात पता चलता है तो काव्या गुस्सा करने लगती हैं. काव्या बा से कहती हैं कि वनराज इतना अच्छा हो ही नहीं सकता. उसके लिए ईगो बहुत बड़ी है. काव्या की बात सुन बच्चे उन्हें चुप करा देते हैं. लेकिन काव्या इस बात को मानने से इनकार करती है कि वनराज कोई प्लानिंग नहीं कर रहे हैं. काव्या घर पर सबको एहसास दिलाती हैं कि पहले वनराज हर वक्त काम करता था लेकिन अब अचानक वनराज सबका साथ देने लगे हैं.
वनराज कराएंगे अनुपमा को प्यार का एहसास
तोषु के घर आते ही काव्या सवाल करती हैं कि वनराज घर क्यों नहीं आए. काव्या फिर सोचती हैं कि कहीं वनराज कोई प्लानिंग तो नहीं कर रहे. काव्या का मानना है कि वनराज पक्का कोई प्लान कर रहे हैं, काव्या से तलाक लेना, अनुज और अनुपमा का अचानक इतना अच्छा दोस्त बनना. वहीं दूसरी ओर हॉस्पिटल में अनुज की हालत काफी गम्भीर है. हॉस्पीटल में अनुज के पास जाकर अनुपमा अनुज को याद करती हैं, तब ही वनराज आकर कहते हैं कि एक मां को भी प्यार करने का हक होता है. अपना प्रेम स्वीकार लो अनुपमा.