स्टैंड अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुखी एक बार फिर सलाखों के पीछे जाने वाले हैं. चौंकिए मत, ये कोई असली जेल नहीं बल्कि गेम शो लॉक अप का जेलखाना है. जहां कंगना रनौत की कैद में सभी कंटेस्टेंट्स होंगे. इन्हीं में से एक कंटेस्टेंट मुनव्वर फारुखी भी हैं. अपने एक शो में हिंदू देवी-देवताओं और गृहमंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी के कारण मुनव्वर को पिछले साल 2 जनवरी को इंदौर में पुलिस ने हिरासत में ले लिया था. जेल से छूटने के बाद वे जब दोबारा स्टेज पर लौटे तो दो महीने के अंदर उनके 12 शोज कैंसल हो गए. इन विवादों का आज मुनव्वर को एक फायदा तो जरूर नजर आ रहा है. आइए जानते हैं कौन है मुनव्वर फारुखी जिनका कंट्रोवर्सी से दिलचस्प नाता है.
मुनव्वर फारुखी का जन्म 28 जनवरी 1992 में गुजरात स्थित जूनागढ़ के एक मुस्लिम परिवार में हुआ था. 2002 में गुजरात दंगे की वजह से मुनव्वर का परिवार साल 2007 में मुंबई स्थित डोंगरी शिफ्ट हो गया था. घर की खस्ता हालत के चलते 17 साल की नाबालिक उम्र में ही मुनव्वर के सामने काम करने की नौबत आ खड़ी हुई. स्कूल की पढ़ाई के साथ-साथ वे बर्तन की एक दुकान पर काम करने लगे थे.
जब वे उम्र के 20वें पड़ाव पर थे तब उन्होंने ग्राफिक डिजाइनर के तौर पर काम शुरू किया. 2017 में जब भारत में ओटीटी प्लेटफॉर्म्स अपनी जगह बनाने लगे, तब मुनव्वर ने कॉमेडी को समझा और कॉमेडियन का काम करना शुरू किया.
ये तो रही उनकी जिंदगी के शुरुआती दिनों की बात जब मुनव्वर सीमित ऑडियंस के बीच पहचान रखते थे. फिर पिछले साल 1 जनवरी 2021 को मुनव्वर इंदौर के मुनरो कैफे में एक स्टैंड अप शो परफॉर्म कर रहे थे, जब उनके मजाक ने उन्हें जेल तक पहुंचा दिया. इन्हीं विवादों के बाद मुनव्वर को देशभर में जाना जाने लगा.
मुनव्वर ने हिंदू देवी-देवताओं और अमित शाह पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी , जिसपर हिंद रक्षक संगठन के कार्यकर्ता ने ऐतराज जताया था. मुनव्वर पहले ही अपने पिछले कुछ वीडियोज को लेकर हिंदू संगठनों के निशाने पर थे. फिर इंदौर में शो के दौरान मुनव्वर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जाने लगी. उनके खिलाफ देश के अलग-अलग राज्यों में मुकदमा दर्ज किया गया था.
इस मामले में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में मुनव्वर फारुकी ने कुल दो याचिकाएं दायर की. एक में उन्होंने खुद को जमानत पर रिहा करने की गुहार लगाई और अपने खिलाफ दर्ज अलग-अलग राज्यों में मुकदमों को एक जगह ट्रांसफर करने की मांग की. इसी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने फरवरी में लगभग एक महीने बाद उन्हें अंतरिम जमानत दी.
जेल से जमानत मिलने पर मुनव्वर ने कुछ समय बाद दोबारा अपना काम शुरू करना चाहा लेकिन ये इतना आसान नहीं था. 28 नवंबर 2021 को बेंगलुरू के गुड शेफर्ड ऑडिटोरियम में मुनव्वर का शो था 'डोंगरी टू नोवेयर'. शो के शुरू होने से पहले ही पुलिस ने शो कैंसिल कर दिए. मुनव्वर के लिए यह पहला शो नहीं था जो कैंसल हुआ था. उनके 12 शो कैंसिल हो चुके थे.
बेंगलुरू में जब मुनव्वर का शो कैंसिल हुआ तक उनका गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने ट्वीट कर अपनी भड़ास निकाली. उन्होंने लिखा- 'मेरा बेंगलुरु में शो कैंसिल हो गया (इसके लिए वेन्यू पर तोड़फोड़ की धमकी दी गई थी). हमने 600 से अधिक टिकट बेचे थे. एक दिन पहले मेरी टीम ने दिवंगत एक्टर पुनीत राजकुमार के आर्गेनाइजेशन से चैरिटी को लेकर बात भी की थी. इस शो के पैसे उस चैरिटी में जाने थे.'
'उसकी टीम के कहने पर ही हमने आर्गेनाइजेशन के नाम पर टिकट नहीं बेचे. मुझे जेल में उस जोक के लिए डाला गया, जो मैंने कहा भी नहीं था. मेरे शो को कैंसिल किया गया, ये नाइंसाफी है. इस शो को देशवासियों से बहुत प्यार मिला है. हमारे पास शो का सेंसर सर्टिफिकेट है. इसका साफ मतलब है कि शो में कुछ भी गलत नहीं है. हमारे पिछले दो महीने में 12 शो कैंसिल हुए हैं, क्योंकि हमें वेन्यू और जनता को नुकसान पहुंचाने की धमकी मिली थी.'
मुनव्वर की नाराजगी पर बेंगलुरू पुलिस ने जवाब दिया था- 'हमें पता चला कि मुनव्वर फारुकी विवादित शख्स है. धर्म और भगवान पर उनके विवादित बयानों के उन्हें लिए जाना जाता है. कई शहरों में उनके कॉमेडी शो को बैन कर दिया गया है. हमें पता चला है कि उनके खिलाफ मध्य प्रदेश के तुकोगंज पुलिस थाने में मुकदमा दर्ज है. अन्य राज्यों में भी उनके खिलाफ केस दर्ज है. कई संगठनों ने फारुकी के इस कॉमेडी शो के खिलाफ आवाज उठाई है. ऐसे में अगर शो होता तो जनता की शांति भंग हो सकती है.'