जी टीवी के शो इश्क सुभान अल्लाह के खिलाफ मुस्लिम समाज ने विरोध प्रदर्शन किया. दरअसल, आरोप है कि शो में पैगंबर हजरत मोहम्मद के चाचा और हजरत अली के पिता हजरत अबू तालिब के बारे में कथित रूप से अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है. इसी कारण शुक्रवार को जौनपुर में जुमे की नमाज के बाद आसिफ मस्जिद में शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जाव्वद नकवी के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन किया गया.
प्रदर्शनकारी मुस्लिम समाज ने जी टीवी और धारावाहिक टीम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए जी टीवी नेटवर्क से माफी मांगने और गलती ना दोहराने का आश्वासन मांगा. साथ ही शिया जामा मस्जिद प्रबंध शो पर पाबंदी लगाने और लेखक दानिश जावेद को गिरफ्तार करने की मांग की.
आईएएनएस की खबर के मुताबिक, वहीं मस्जिद के बाहर प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए इमाम जुमा मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा, "कोई भी मुसलमान हजरत अबू तालिब की शान में गुस्ताखी को बर्दाश्त नहीं कर सकता. कुछ लोग जो ऐसा कर रहे हैं, वे कुरान की तालीमात और सुन्नते पैगंबर से अनजान हैं. हमने टीवी चैनल के निदेशक को एक पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जताई है. यदि जी टीवी जल्द ही माफी नहीं मांगता है, तो बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा."
मौलाना ने कहा कि इस संबंध में चर्चा के लिए वह दिल्ली जा रहे हैं, जहां सरकार के लोगों से भी बात की जाएगी, ताकि जी टीवी अपनी हरकत के प्रति शर्मिंदगी व्यक्त करते हुए माफी मांगे. अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो हमें कानूनी कदम उठाने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. मौलाना जव्वाद समेत सभी ओलमा ने मांग की है कि जी टीवी जल्द से जल्द माफीनामा जारी करे. अगर उन्होंने अज्ञानता में ऐसा किया है तो उन्हें तारीख का अध्ययन करना चाहिए.
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मौलाना जव्वाद ने कहा, "ऐसे चैनल केवल मनोरंजन का माध्यम होते हैं, इसलिए चैनलों पर किसी भी धर्म के लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाने वाले कार्यक्रम प्रसारित करने पर रोक लगानी चाहिए. इस संबंध में केंद्र सरकार भी सख्त निर्देश जारी करे, ताकि कोई भी चैनल अपनी सीमा लांघने की कोशिश ना करे''
प्रर्दशन में मौलाना हबीब हैदर, मौलाना रजा हुसैन, मौलाना मुराद रज पटना, मौलाना फीरोज हुसैन, मौलाना हसन जाफर, मौलाना जव्वार हुसैन, मौलाना नकी असकरी, डॉ. हैदर मेंहदी और अन्य ओलमा ने भाग लिया.
वहीं, शिया जामा मस्जिद के मुतवल्ली अली मंजर डेजी ने कहा कि किसी भी मजहब के बारे में या महान शख्सियतों पर विवादित बयानबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस तरह के विवादित सीरियल समाज के ताने- बाने को छिन्न-भिन्न करते हैं, इसलिए शिया जामा मस्जिद प्रबंध समिति के सभी सदस्य सरकार से यह मांग करते हैं कि 'इश्कसुभान अल्लाह' सीरियल पर पाबंदी लगाई जाए व सीरियल के लेखक दानिश जावेद को गिरफ्तार किया जाए.