दुनिया के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनते जा रहे कोरोना वायरस से अब तक हजारों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. पूरे देश में लॉकडाउन है. कोरोना के चलते बनी भयावह परिस्थितियों के कारण ही इस वायरस से जुड़ी छोटी से छोटी चीज भी वायरल हो रही है.
कुछ समय पहले स्टीवन सोडरबर्ग की फिल्म Contagion अचानक ट्रेंड होने लगी थी. साल 2011 में रिलीज हुई इस फिल्म में भी काफी हद तक वैसी ही परिस्थितियां थी, जैसी आज के दौर में कोरोना के फैलने से हो रही हैं. अब एक्ट्रेस और लेखक ट्विंकल खन्ना ने भी दावा किया है कि वे पांच साल पहले ही कोरोना जैसी कहानी लिख चुकी थीं.
View this post on Instagram
Happy birthday my Bindy! Love you loads 💙
Advertisement
एडिटर ने ठुकरा दी थी ट्विंकल की ये कहानी
ट्विंकल ने ट्विटर पर दो तस्वीरें पोस्ट की हैं. इन तस्वीरों में ट्विंकल के नोट्स को देखा जा सकता है जिनमें एक कहानी लिखी गई है. इस कहानी में एक परिवार है जिसमें पिता एक फिजिकल एजुकेशन टीचर है, मां साइकोथेरेपिस्ट है और उनका एक 12 साल का बेटा है. कहानी के मुताबिक, देश एक बैक्टीरिया के चलते क्वारनटीन में हैं. एयरपोर्ट बंद हो चुके हैं, आर्मी घरों को चेक कर रही है, लोग अपने संक्रमित पड़ोसियों के बारे में रिपोर्ट कर रहे हैं. इन लोगों को कैंप में ले जाया जा रहा है और उन्हें मरने के लिए छोड़ दिया जा रहा है.
वैज्ञानिक इस वायरस का तोड़ निकालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं लेकिन ये बैक्टीरिया लगातार म्यूटेट हो रहा है. ये बैक्टीरिया हवा में भी फैलता है. इस बैक्टीरिया से संक्रमित लोगों को उल्टी होती है, ठंड लगती है, फिर धीरे-धीरे इंसान टेस्ट करने की क्षमता खो देता है, उसके बाद सुनने की क्षमता पर असर पड़ता है और फिर सभी इंद्रिया खराब होने लगती हैं और तीन दिनों के भीतर इंसान की मौत हो जाती है.This was a rough story idea I had pitched to my editor @Chikisarkar -as you can see on the date this note was created-all the way in Oct 2015.She rejected it saying’far-fetched,no scope for humour’Won’t write it now,but guess who is having the last laugh at the far-fetched bit:) pic.twitter.com/lrxbbB6TU0
— Twinkle Khanna (@mrsfunnybones) April 1, 2020
View this post on Instagram
Advertisement
ट्विंकल ने इस ट्वीट के कैप्शन में लिखा, 'ये एक स्टोरी आइडिया मैंने अपने एडिटर को बताया था. आप देख सकते हैं कि इस तस्वीर में तारीख भी लिखी हुई है. ये अक्तूबर 2015 की बात थी. उन्होंने मेरा ये आइडिया ये कह कर ठुकरा दिया था कि ये काफी दूर-दराज का आइडिया है और इस कहानी में ह्यूमर का कोई स्कोप नहीं है. अब तो मैं इस कहानी को नहीं लिखूंगी लेकिन 5 साल बाद एहसास होता है कि ये दूर दराज नहीं बल्कि हमारे वक्त की सच्चाई है.'