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ब्रीच कैंडी अस्‍पताल में हुआ शाहरुख का ऑपरेशन

किंग खान अस्पताल पहुंच चुके हैं. उनके कंधे का ऑपरेशन मुंबई के ब्रीच कैडी अस्पताल में हो रहा है.

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शाहरुख खान
शाहरुख खान

बॉलीवुड के किंग खान यानि शाहरुख खान का मुंबई के ब्रीच कैडी अस्पताल में सफल ऑपरेशन हुआ. सोमवार को शाहरुख लंदन से मुंबई पहुंचे थे. इसके बाद वो घर गए और थोड़ी देर बाद ही अस्पताल के लिए निकल पड़े. बॉलीवुड के बादशाह ने देश में ही अपना ऑपरेशन कराने की इच्छा जताई थी. किंग खान के कंधे का दर्द लंदन में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान बढ़ गया था.

शाहरुख वहां 'माई नेम इज खान' की शूटिंग कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक फिल्म में कुछ एक्शन शॉट्स थे, जिससे कंधे का दर्द बढ़ गया. शाहरुख ने डॉक्टरों को अपना कंधा दिखाया तो उन्हें ऑपरेशन की सलाह दी गई थी. किंग खान के चाहने वाले उनके जल्दी ठीक होने की दुआएं कर रहे हैं. दरअसल पिछले साल 'दूल्हा मिल गया' नाम की फिल्म शूट करते समय ही किंग खान के कंधे में चोट लगी थी. किंग खान की सर्जरी कर रहे हैं ब्रीच कैंडी के आर्थोपेडिक सर्जन संजय देसाई. डॉक्‍टर देसाई का कहना है कि शाहरुख की सर्जरी में डेढ़ घंटे का समय लगेगा.

आखिर क्या है शाहरुख की दिक्कत. आखिर ऐसी क्या मुश्किल हो गई कि शाहरुख को सर्जरी कराने की नौबत आ गई. इंसान के कंधे में चार तरह की मांसपेशियां होती है जिसके जरिए हम अपने हाथ को ऊपर- नीचे, दाएं -बाएं हिला सकते हैं. अगर इन मांसपेशियों में किसी तरह चोट लगती है और इंसान की उम्र चालीस से ऊपर है तो इन मांसपेशियों में खून की सप्लाई कम होने लगती है और धीरे -धीरे मांसपेशियां कमजोर होने लगती है. शाहरुख खान की उम्र 43 साल की है. उन्हे इन्ही मांसपेशियों में से एक सुप्रास्पिंटस में शूटिंग के दौरान चोट लगी है.

आमतौर पर सुप्रास्पिंटस मांसपेशियो में लगी चोट दवाइयों और फिजियोथेरेपी के जरिए ठीक हो जाती है. लेकिन जिन लोगों के हाथों की एक्टिविटी ज्यादा होती है, उनकी परेशानी गंभीर रूप ले सकती है. अगर ऐसे हालात में चोट लग जाए या मांसपेशियां फट सकती हैं. डॉक्टर सर्जरी की सलाह कम ही देते हैं लेकिन अगर किसी के कैरियर पर असर पड़ रहा हो तो सर्जरी ही आखिरी उपाय है. मांसपेशियों की ये सर्जरी दो तरह की होती है.

पहले तरह की सर्जरी को कीहोल सर्जरी कहते हैं. इसे आर्थोस्कोपिक सर्जरी के नाम से भी जाना जाता है. इसमें डॉक्टर इनसिजन के जरिए चोट तक पहुंचते हैं और कैमरे पर देखते हुए इसे दुरुस्त करते हैं. दूसरी होती है ओपन सर्जरी. इस सर्जरी में डॉक्टर छोटा सा कट लगाते हैं और कभी-कभी मेटल या प्लास्टिक का एंकर भी लगाते हैं ताकि मरीज हाथों से जरूरी काम ले सके. इस सर्जरी में करीब एक घंटे का समय लगता है. ऑपरेशन के बाद मरीज को कम से कम दो दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ सकता है. सात दिनों के अंदर वो काम पर वापस लौट सकता है.

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