साल 2003 में फिल्म इश्क विश्क से अपने करियर की शुरुआत करने वाले शाहिद कपूर आज अपना 39वां जन्मदिन मना रहे हैं. अपनी चॉकलेटी इमेज और क्यूट लुक्स के चलते जल्द ही शाहिद रोमांटिक लवर वाली इमेज में टाइपकास्ट होने लगे थे और डेब्यू फिल्म के हिट होने के बाद उन्हें अगला शाहरुख खान भी कहा जाने लगा था लेकिन शाहिद कपूर ने समय-समय पर इस इमेज को तोड़ा और साबित किया कि वे सीमित क्षमताओं वाले एक्टर नहीं हैं.
अपने डेब्यू के 6 सालों बाद कुछ हिट और कुछ फ्लॉप फिल्मों के बाद शाहिद कपूर ने साल 2009 में कमीने में काम किया. इस फिल्म में शाहिद ने डबल रोल निभाया था और पहली बार उनकी एक्टिंग को क्रिटिक्स से काफी तारीफ भी मिली. इसके बाद उन्होंने जब-जब रिस्क टेकिंग ग्रे शेड किरदार निभाए, उन्हें कामयाबी मिली. पांच साल बाद एक बार फिर विशाल भारद्वाज शाहिद कपूर के गॉडफादर साबित हुए और शाहिद ने फिल्म हैदर में काम किया. एक कश्मीरी लड़के की मनोदशा को दिखाती इस फिल्म के किरदार के लिए शाहिद को जबरदस्त तारीफें मिलीं और फिल्म की अद्भुत स्टारकास्ट और झकझोर देने वाले म्यूजिक के चलते इस फिल्म को फैंस और क्रिटिक्स के बीच सराहा गया.
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अलग-अलग भूमिकाओं से शाहिद ने दर्शकों को चौंकाया
इसके दो साल बाद शाहिद कपूर ने फिल्म उड़ता पंजाब में एक ड्रग एडिक्ट रॉकस्टार का रोल निभाया. शाहिद के लिए ये रोल इस मायने में भी खास था कि ये उनकी रोमांटिक संवेदनशील इमेज से बिल्कुल मेल नहीं खाता था और शाहिद रियल लाइफ में ड्रग्स या शराब नहीं पीते हैं, ऐसे में एक ड्रग एडिक्ट की भूमिका निभाना उनके लिए काफी चुनौतीपूर्ण था लेकिन इंडस्ट्री में तब तक शाहिद एक दशक से भी अधिक समय बिता चुके थे और अपनी मैच्योर एक्टिंग परफॉर्मेंस को कई स्तर आगे ले जाते उन्होंने इस फिल्म में शानदार परफॉर्मेंस दी.
ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट भी साबित हुई और ये भी साबित हो गया कि शाहिद कपूर विशाल भारद्वाज के अलावा दूसरे डायरेक्टर्स के साथ भी इंटेन्स फिल्मों में काम कर सकते हैं. इसके तीन साल बाद रिलीज हुई फिल्म कबीर सिंह में शाहिद ने एक शराबी सर्जन का रोल निभाया जो गुस्सा होने पर आपा खो बैठता है.
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शाहिद ने इस फिल्म में एक शार्प लेकिन गलतियों से भरे एक शख्स का रोल निभाया और ये फिल्म साल 2019 की सबसे बड़ी फिल्मों में शामिल हुई और लगभग 300 करोड़ का बिजनेस करने में कामयाब रही. इस फिल्म की सफलता ने ये बात भी साफ कर दी है कि अगर स्क्रिप्ट अच्छी हो और शाहिद का किरदार नेगेटिव या ग्रे शेड्स लिए हुए हो तो उस फिल्म की सफलता की संभावना काफी बढ़ जाती है. शाहिद भले ही ए-लिस्टर्स स्टार्स की सूची में ना हों लेकिन उन्होंने लगातार कड़ी मेहनत से अपने आपको काफी इंप्रूव किया है और वे अपना एक दर्शक वर्ग गढ़ने में कामयाब रहे हैं.