बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त शनिवार शाम आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर के साथ हर्ट टु हर्ट सेशन में लाइव आए. संजय दत्त ने रविशंकर से तमाम दिलचस्प और गंभीर सवाल किए जिसके उन्होंने जवाब दिए. संजय दत्त ने अपनी निजी समस्याओं से लेकर अपनी चिंताओं और जिज्ञासाओं को खुलकर रविशंकर के सामने रखा. उन्होंने लोगों के उन सवालों के जवाब भी मांगे जिन्हें आमतौर पर हम पब्लिकली पूछने में झिझकते हैं. कुछ मौके ऐसे भी थे जब संजय दत्त इमोशनल होकर सवाल करते दिखे.
संजय दत्त ने आस्था से जुड़ा एक निजी सवाल पूछते हुए रविशंकर से कहा कि जब मैं जेल में था तो मैं भगवान शिव की आराधना किया करता था. संजय दत्त ने बताया कि वह शिव भक्त हैं और जेल में शिव की पूजा किया करते थे. संजय दत्त ने कहा, "मुझे लगता था कि शायद कोई चमत्कार हो जाएगा. मगर कभी नहीं हुआ. मैं तभी बाहर आया जब मुझे आना था." ऐसे में प्रार्थना का क्या महत्व है?
View this post on Instagram
रविशंकर ने संजय दत्त के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि प्रार्थना और प्रयत्न दोनों अलग चीजें हैं और दोनों का साथ में चलना जरूरी है. रविशंकर ने कहा, "प्रार्थना तब आती है जब हमें लगता है कि हम विवश हो गए हैं कोई रास्ता नहीं है. प्रार्थना और प्रयत्न अगर दोनों साथ चलें तो हमें उसका फल जरूर मिलता है." रविशंकर के इस सवाल से संजय दत्त काफी हद तक संतुष्ट नजर आए. बता दें कि संजय दत्त ने इसी चैट में रविशंकर से अपने दिल की कई बातें साझा कीं.
जी 5 पर रिलीज होगी नवाजुद्दीन की घूमकेतु, सामने आया फर्स्ट लुक
लॉकडाउन के बीच शुरू होगा टीवी का सबसे बड़ा अवॉर्ड शो, ये है ट्विस्ट
मां-बाप की आती है याद
उन्होंने बताया कि वह अपने माता-पिता को बहुत याद करते हैं. संजय ने कहा कि हाल ही में उनकी मां की 39वीं डेथ एनिवर्सरी थी और वह अपनी मां को बहुत याद करते हैं. रविशंकर ने इस पर उन्हें गाइड किया और बताया कि हमें जिंदगी में आगे बढ़ना सीखना चाहिए.