वास्तविक जीवन पर सजा-ए-मौत की सजा पा चुका पाकिस्तानी आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को मुंबई हमले के उपर बनी फिल्म ‘अशोक चक्र’ में फांसी पर लटकाते हुये दिखाया जायेगा. फिल्म इस महीने की 28 तारीख को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होंगी.
मुंबई हमले का आरोपी अजमल कसाब को कल विशेष न्यायालय ने मौत की सजा सुनायी है. फिल्म के पा्रेमो को रविवार से दिखाया जायेगा. फिल्म में नवोदित कलाकार राजन शर्मा ने लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी अजमल कसाब की भूमिका निभाई है.
राजन वर्मा ने बताया ‘‘फिल्म में कसाब को फांसी पर लटकते हुये दिखाया जाना दरअसल लोगो की भावना की अभिव्यक्ति है. सुनवाई (मुंबई) खत्म होने से कई माह पहले हमने फैसला किया कि कसाब को फांसी पर लटकाया जायेगा.’’ कसाब को कल ही एक विशेष न्यायालय ने 166 लोगो के नरसंहार और देश के खिलाफ युद्व छेड़ने के मामले में फांसी की सजा सुनाई है.
पहले इस फिल्म का नाम ‘टोटल टेन’ था जिसके निर्देशक एस पी मुनिश्वर और निर्माता हरि ओम शर्मा है.
ढाई करोड़ की लागत वाली फिल्म में हमले के दौरान नरसंहार और करीब साठ घंटे तक चले सुरक्षा बलों के आपरेशन के दौरान इस शहर के जीवन को दिखाने की कोशिश की गई है.
फिल्म में होमी वाडिया ने हेमंत करकरे, अशोक कुलकर्णी ने अशोक काम्टे और आशीष विद्यार्थी ने तुकाराम ओंबले की भूमिका निभाई है.{mospagebreak}26 नवंबर 2008 को मुंबई में हुये आतंकवादी हमले के बाद कई फिल्म निर्माताओं ने फिल्म निर्माण के लिये कई अलग-अलग नामों का पंजीकरण कराया जिसमें ‘ 26/11 मुंबई अंडर टेरर ‘ ‘दहशत का हल्ला’, ‘शूटआउट एट ओबेराय‘, ‘ताज टेरर’ जैसे नाम प्रमुख थे. जबकि इनमें से कुछ ही पर काम शुरु हो पाया.
भोजपुरी अभिनेता कमाल खान फिल्म देशद्रोही की आने वाली सिक्वल भी एटीएस के अधिकारियों के बलिदान पर केंद्रित है.
खान ने बताया ‘‘ मेरी फिल्म बनने में देरी मामले के नये घटनाक्रम के कारण हुई. अब चूंकि कसाब को सजा सुनायी जा चुकी है हम जल्द शूटिंग शुरू करने की योजना बना रहे हैं. फिल्म को अगले साल के फरवरी माह में रिलीज कर दिया जायेगा.’’ खान अपनी इस फिल्म के लिये अनुपम खेर, अस्मित पटेल और पायल रोहतगी को अनुबंधित कर चुके है.
भारतीय सिनेमा के मुख्य धारा के निर्देशकों ने राम गोपाल वर्मा के ताज होटल में जााने के बाद पैदा हुये राजनीतिक विवाद के कारण इस विषय पर फिल्म बनाने से अपने को अभी तक दूर ही रखा है.
इससे पहले भी आतंकवादी घटनाओं के उपर ब्लैक फ्राइडे (1993 के सीरियल बम धमाके पर), मुंबई मेरी जान (जुलाई 2006 के सिलसिलेवार विस्फोटों पर) और शूटआउट एट लोखंडवाला (1991 के अंडरवर्ल्ड एनकाउंटर) जैसी प्रसिद्व फिल्में बन चुकी है.