करण जौहर का चैट शो पिछले दिनों काफी विवादों में रहा. कॉफी विद करण का मेहमान बनना क्रिकेटर केएल राहुल और हार्दिक पांड्या के लिए काफी महंगा पड़ा. उन्हें अपने विवादित बयान के कारण दो मैचों से बाहर कर दिया गया. इस पूरे विवाद पर करण जौहर ने दावोस में इंडिया टुडे से विस्तार से बातचीत की.
करण जौहर ने कहा- "मैंने नहीं सोचा था कि उन्होंने (राहुल और पांड्या) कुछ गड़बड़ की है. शो अपने नेचर के अनुरूप था. मुझे नहीं लगा था कि वे ऐसा करके मुसीबत में फंस जाएंगे. मैं खुद को दोषी मान रहा हूं. वे मेरे प्लेटफॉर्म पर थे. वे मेरे मेहमान बनकर आए थे."
करण ने कहा कि वे क्रिकेटर्स का बाहें फैलाकर स्वागत करते हैं, लेकिन उन्हें संदेह है कि क्रिकेटर्स उनके शो पर आगे कभी आएं. करण ने कहा- मैं उन दो स्पोर्ट्स पर्सन का इंटरव्यू कर रहा था, जिन्हें मैं फॉलो नहीं करता. मैं क्रिकेट के बारे में अवेयर नहीं हूं. मैं चाहता हूं कि क्रिकेटर्स मुझे दूसरा मौका दें.
.@karanjohar on the “Violence Against women panel” moderated by @Katja_Iversen at @wef. “We need to stop objectifying women on celluloid! It sends the wrong message. Through our movies we need to empower women. Parenting plays a crucial role in how we raise our boys” pic.twitter.com/uYU7EDBv6n
— Dr. Shruti Kapoor (@kapoors_s) January 23, 2019
Sun snow and flowers! #Davos2019 pic.twitter.com/XsyKan9JWL
— Karan Johar (@karanjohar) January 22, 2019
#RubaruRoshni is a film which will change your life!! @aamir_khan #swati #KiranRao !!! Please watch it on the 26th of January on @StarPlus and the entire network
— Karan Johar (@karanjohar) January 21, 2019
करण ने कहा- मेरी मां हार्दिक पांड्या की फैन हैं. जब उन्हें इस विवाद के बारे में पता चला तो वे बोलीं ये तुमने क्या किया. मैंने उन्हें समझाया कि मैंने कुछ भी नहीं किया. मैं समझ सकता हूं कि जिन महिलाओं का इन विवाद बयान से अपमान हुआ है, उनमें से एक मेरी मां भी हैं.
बता दें कि इस विवाद के बाद करण जौहर पहले भी सफाई दे चुके हैं. उन्होंने कहा- ''इस पूरे मामले के लिए मैं भी उतना ही जिम्मेदार हूं, जितना कि वे दोनों. वो मेरा शो था. मैंने उन्हें बतौर गेस्ट बुलाया था और उनसे सवाल पूछे थे. इसलिए मैं भी इस गलती का हिस्सा हूं. बेचैनी की वजह से मैं कई रात सोया नहीं हूं. मुझे लगता है कि कैसे मैं इस नुकसान को ठीक कर सकता हूं. मेरी बात कौन सुनेगा. अब चीजें मेरे कंट्रोल से बाहर हो चुकी हैं.''