मालावत पूर्णा ने दक्षिण अफ्रीका की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलीमंजारो पर अपनी बायोपिक फिल्म का पहला पोस्टर लॉन्च किया. माउंट किलिमंजारो की चढ़ाई में पूर्णा के साथ उनके ट्रेनर और 17 अन्य लड़कियों का दल था जो 15 अगस्त को माउंट किलिमंजारो समिट के लिए निकले थे.
भारत के स्वतंत्रता दिवस की शाम को पूर्णा ने यहीं झंडा फहराया और अपनी फिल्म का पहला पोस्टर 19 हजार 3 सौ 41 फीट से जारी कर दिया. 'पूर्णा' फिल्म के निर्माताओं ने इसका फर्स्ट लुक को जारी करने के लिए यूनिक मार्केटिंग प्लान बनाया जिसके लिए उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के किलीमेंजारो चोटी पर 15 अगस्त 2016 समिट का सहारा लिया और उसका फेस पूर्णा खुद बनीं.
10 अगस्त को मालावत पूर्णा ने अपनी यात्रा शुरू की साथ में उन्होंने फिल्म के दो वाटरप्रुफ पोस्टर रख लिए थे. पूर्णा ने अपनी चढ़ाई 15 अगस्त को पूरी की और इसी के साथ ही उन्होंने पोस्टर भी वहीं से लॉन्च किया.
विश्व सिनेमा के इतिहास में यह पहला मौका है जब किसी फिल्म के फर्स्ट लुक को इतनी उंचाई से लॉन्च किया गया है. पूर्णा, राहुल बोस के प्रोडक्शन और डायरेक्शन में बनी फिल्म है, जिसने प्रमोशन के मामले में अन्य फिल्मों के सामने नया बेंचमार्क स्थापित कर दिया है. राहुब बोस कहते हैं, 'जब हमने ये सुना कि पूर्णा 15 अगस्त की समिट के लिए किलीमंजारो चोटी पर जा रही हैं तो मुझे आइडिया सूझा की क्यों ना उनकी बायोपिक फिल्म का पहला लुक वहीं से वो खुद लॉन्च कर दें. मैंने इसके बारे में क्रू के सभी लोगों से चर्चा की और सभी ने झट से इस क्रिएटिव आइडिया के लिए हां कर दिया. यदि आप मुझसे पूछेंगे की ऐसा कैसे हो गया तो मैं यही कहूंगा कि थोड़ी किस्मत और थोड़ी क्रिएटिव आइडिया ने अपना काम कर दिया.'
पूर्णा, तेलंगाना की एक ऐसी लड़की की कहानी है जिसने 13 वर्ष की उम्र में ही 25 मई 2014 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट ऐवरस्ट फतह किया था.