देश के प्रमुख फिल्म संस्थान FTII में पिछले 139 दिनों से जारी हड़ताल खत्म हो गई है. संस्थान के निदेशक के तौर पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के विरोध में शुरू हुए इस हड़ताल को तो छात्रों ने खत्म कर दिया है लेकिन उनका कहना है कि चौहान की नियुक्ति के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा. जिस शख्स के विरोध में यह पूरा आंदोलन शुरू हुआ उन्हीं गजेंद्र चौहान से पेश है खास बातचीत.
Q: FTII छात्रों ने हड़ताल तो खत्म कर दी है लेकिन उसी दिन 12 फिल्मकारों ने अपने पुरस्कार लौटा दिया है.
गजेंद्र चौहान: देखिए ये हड़ताल खत्म हो गई तो अब यह नया मुद्दा शुरू हो गया है. मैं छात्रों के हड़ताल खत्म करने के निर्णय का स्वागत करता हूं. इस दौरान छात्रों का जो नुकसान हुआ उससे मैं दुखी भी हूं. मैं उम्मीद करता हूं कि हड़ताल के दौरान उनकी पढ़ाई का जो नुकसान हुआ है उसे वो जल्द ही कवर कर लेंगे. मैं वहां जाकर क्या करूंगा इस पर टिप्पणी करना अभी जल्दबाजी होगी.
Q: आप अभी तक FTII परिसर में गए भी नहीं हैं. क्या कल आप अपना कार्यभार संभाल लेंगे
गजेंद्र चौहान: नहीं कल तो नहीं. सबसे पहले तो सोसाइटी की बैठक के लिए निर्देश आएंगे. एक गवर्निंग काउंसिल का भी गठन किया जाएगा.
Q: आप छात्रों के हड़ताल खत्म करने के निर्णय का स्वागत कर रहे हैं लेकिन छात्रों ने साथ-साथ ये भी कहा है कि वो आपकी नियुक्ति का विरोध करते रहेंगे. क्या आपको लगता है अभी भी कैंपस में आपकी एंट्री का विरोध होगा
गजेंद्र चौहान: मैं मंत्रालय के निर्देश का इंतजार कर रहा हूं. मेरा कैंपस में जाना इसी पर निर्भर है. हालांकि मुझे नहीं लगता कि स्टूडेंट इस तरह विरोध करेंगे. वो दुनिया के सबसे शानदार छात्र हैं. उन्हें अपनी राय रखने का पूरा अधिकार है. मैं उनसे बस यही कहना चाहता हूं कि आइए एक अच्छे भविष्य के लिए साथ चलते हैं.
Q: आप कहते हैं कि वो दुनिया के सबसे शानदार छात्र हैं लेकिन इंडिया टूडे चैनल पर बीजेप प्रवक्ता साइना एनसी ने छात्रों पर बदसलूकी का आरोप लगाया है.
गजेंद्र चौहान: मैं नहीं जानता उनके साथ क्या हुआ. FTII के पूर्व छात्र जिन्हें मैं जानता वो सभी अपने बेहद शानदार लोग हैं. जितने निर्देशक, कलाकार, कैमरामैन यहां से निकले हैं सभी अवार्डों पर उनका ही कब्जा होता है.
Q: दिबाकर बनर्जी उन 12 फिल्मकारों में शामिल हैं जिन्होंने अपना नेशनल अवॉर्ड लौटाया है.
गजेंद्र चौहान: नेशनल अवॉर्ड बहुत बड़ा सम्मान है. सिर्फ विरोध दर्ज कराने के लिए ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए. मैं दिबाकर बनर्जी और अन्य सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि विरोध के नाम पर वो इतना सख्त कदम न उठाएं. उन्हें विरोध करना है तो करें लेकिन इस तरह नहीं.
Q: आपने भगवा रंग की शर्ट भी पहनी है. छात्र कैंपस के भगवाकरण के खिलाफ भी प्रदर्शन कर रहे हैं. क्या आपका कार्यकाल कैंपस का भगवाकरण करेगा?
गजेंद्र चौहान: अब क्या मेरे शर्ट के रंग पर भी विवाद होगा. भगवा कोई पार्टी कलर नहीं है. यह वह रंग है जो हमारे राष्ट्रध्वज पर है.