लॉकडाउन होने की वजह से सभी सीरियल्स की शूटिंग पर ब्रेक लग गया. जिन सीरियल्स ने कुछ एपिसोड्स पहले ही बना रखे थे, वो सीरियल्स करीब एक हफ्ते तक ही अपनी कहानी को आगे खींच पाए और उसके बाद उन सीरियल्स पर लग गया फुल स्टॉप. कुछ चैनल्स में पुराने सीरियल्स वापस लाए गए तो कुछ ने ऑन एयर सीरियल्स का री-टेलिकास्ट शुरू कर दिया.
उन सीरियल्स में एक सीरियल है कलर्स का छोटी सरदारनी, जो लॉकडाउन से पहले कलर्स पर नंबर 1 सीरियल बन गया था. लेकिन अब वो सीरियल नए एपिसोड्स के साथ वापस आ गया है. अब आप लोग सोच रहे होंगे कि इस लॉकडाउन में शूटिंग कैसे हो सकती है? तो इसका जवाब दिया है खुद मेहर यानी कि निमृत कौर अहलूवालिया ने आजतक से खास बातचीत में...
सवाल - इस लॉकडाउन निमृत कौर कहां हैं?
निमृत - मैं गुड़गांव में हूं. फिलहाल तो गुड़गांव ऑरेंज जोन में है और यहां अब चीजें अच्छी होने लगी हैं.
सवाल - लॉकडाउन में कैसे हो रही है सीरियल छोटी सरदारनी की शूटिंग?
निमृत - हम लोग अपने अपने घरों में शूटिंग कर रहे हैं. ऑलरेडी चार एपिसोड हमने निकाल लिए हैं, ये पांचवा एपिसोड है जो ऑन एयर जाएगा. लेकिन महाराष्ट्र और मुंबई अभी भी रेड जोन में है. पता नहीं महाराष्ट्र के बॉर्डर्स कब खुलेंगे!
सवाल - घर से शूटिंग करने का एक्सपीरियंस कैसा है?
निमृत - हम अपने मोबाइल से ही शूट करते हैं और ऐसे शूट करते हुए हमें तीन हफ्ते हो गए हैं. इस वक्त हम ही कैमरामैन हैं, लाइटिंग का सेटअप हो या मेकअप हो या फिट हेयर स्टाइलिंग हो, सब हम खुद करते हैं. हर दिन इसकी शूटिंग नहीं आती है, क्योंकि हम कोविड 19 स्पेशल एपिसोड निकाल रहे हैं और हर हफ्ते एक ही एपिसोड होता है. ये फुल फ्लैज सीन्स नहीं है, ये सिर्फ एक जरिया है अपने दर्शकों से कनेक्ट होने का. कई बार मुझे 7-8 घंटे भी लगे हैं शूट करने में, क्योंकि घर पर शूट करना भी आसान नहीं होता. जगह का सेटअप करना, कैमरा एंगल देखना, लाइट का एंगल देखना और फिर पूरी ड्रेसिंग, इन सबमें दिक्कत होती है. फैमिली मेंबर्स भी उतनी ही हेल्प कर पाते हैं जितना उनको समझ आ पाता क्योंकि उनके लिए भी ये सब नया है.
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सवाल - इस लॉकडाउन में आपकी रूटीन कैसी चल रही है?
निमृत - आजकल स्लीपिंग का टाइम थोड़ा गड़बड़ाया है. सुबह 9.30-10 बजे के आस पास उठती हूं और अपनी स्किन केअर रूटीन से शुरू करती हूं कोई मास्क या फेस पैक लगा लेती हूं, फ्रेशअप होती हूं. उसके बाद थोड़ा टाइम रीडिंग करती हूं, कंटेंट सिनेमा देखती हूं, उसके बाद रसोई में अपनी मां के साथ हाथ बटाती हूं. शाम में दो घंटे निकालती हूं अपने वर्कआउट के लिए और उसके बाद अपने फ्रेंड्स से फोन पर बाते करना, ऐसे ही गुजरात है पूरा दिन. कभी कभी स्क्रिप्ट भी आ जाती है तो तीन-चार घंटे शूटिंग में निकल जाते हैं.
सवाल - कैसी हो गई है निमृत की कुकिंग स्किल्स?
निमृत - इस लॉकडाउन में ग्रिल और बेकिंग करना सीखा है. बनाना (केला) ब्रेड बनाना हो या चॉकलेट केक बना हो, पनीर को ग्रिल करके स्क्वॉश बनाना हो, ये सब सीखा. हर दिन वाली नहीं स्पेशल टाइम पर खाने वाली चीजें सीखी हैं. मुझे बेक करके खुशी मिलती है, मुझे पास्ता या पिज्जा बनाने में इंटरेस्ट है लेकिन हर दिन दाल-रोटी बनाने में मुझे कोई इंटरेस्ट नहीं है.
सवाल - इस लॉकडाउन में अपने फैंस से क्या कहना चाहेंगी निमृत?
निमृत - सच कहूं, तो रोज जब भी मैं न्यूज़ देखती हूं कि महाराष्ट्र और मुंबई के केस दिन-ब-दिन बढ़ रहे हैं तो मेरा दिल बैठ जाता है. सबको यही कहूंगी की प्लीज़ घर पर ही बैठिए, ये बुरा वक्त हम सबपर साथ में आया है और कुछ समय मे खत्म भी हो जाएगा. लेकिन अगर जान ही नहीं बचेगी तो फिर क्या...? सिर्फ अपनी जान के लिए नहीं, दूसरों की जान के भी परवाह कीजिए.