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आयुष्मान खुराना को याद आए अपने संघर्ष के दिन, ट्रेन में गाया करते थे गाना

आयुष्मान खुराना एक बड़े स्टार बन गए हैं. उनकी हर फिल्म दर्शकों के दिल पर राज करती है. लेकिन हमेशा से उनका करियर ऐसा नहीं था. एक समय ऐसा भी था जब वो ट्रेन में गाना गाते थे.

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आयुष्मान खुराना
आयुष्मान खुराना

आयुष्मान खुराना की नई फिल्म शुभ मंगल ज्यादा सावधान दर्शकों का जबरदस्त मनोरंजन कर रही है. हितेश केवल्या निर्देशित इस फिल्म को दर्शकों का खासा प्यार मिलता दिखाई दे रहा है. फिल्म के बॉक्स ऑफिस आकड़े भी जबरदस्त आ रहे हैं.

आयुष्मान की पिछली फिल्मों की ही तरह इस फिल्म को भी फैंस एंजाय कर रहे हैं. उनकी एक्टिंग की तो तारीफ हो ही रही है, फिल्म की थीम से भी वो प्रभावित हैं. शुभ मंगल ज्यादा सावधान, समलैंगिक रिश्तों की बात करती है. उनकी फिल्म इतनी ज्यादा पसंद की जा रही है कि अमेरिकी राष्ट्रपति भी ट्वीट कर इसकी तारीफ कर चुके हैं.

अपनी फिल्म को मिल रहे बेहतरीन रिस्पांस से आयुष्मान खुश हैं. उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स को एक इंटरव्यू दिया है. इंटरव्यू में आयुष्मान ने अपनी बॉलीवुड जर्नी के बारे में विस्तार से बताया है.

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ट्रेन में गाते थे गाना

आयुष्मान के मुताबिक उन्होंने अपनी पहली फिल्म चुनने में काफी समय लगाया था. वो कहते हैं, 'मैंने कम से कम 5-6 फिल्में रिजेक्ट की थीं, तब जाकर सही फिल्म मिली थी.' अपने संघर्ष के दिनों को याद कर आयुष्मान बताते हैं कि एक वक्त ऐसा भी था जब वो ट्रेन में गाना गाया करते थे. आयुष्मान कहते हैं, 'जब मैं थिएटर शो के लिए जाया करता था, तब मैं ट्रेन में गाना गाता था. ऐसे कर मैं गोवा ट्रिप के लिए पैसे इकट्ठे कर लिया करता था.' उनकी माने तो वो आज शायद इसलिए अच्छा गाते हैं क्योंकि किसी जमाने में वो ट्रेन में गाया करते थे.

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नेपोटिज्म पर क्या बोला?

आयुष्मान खुराना ने नेपोटिज्म पर भी अपने विचार रखे. वो कहते हैं, 'मुझे पता था कि मैं बॉलीवुड में बाहरी हूं इसलिए मुझे दूसरा मौका नहीं मिलेगा. लेकिन स्टारकिड्स जो सफल होते हैं वो सही मायनों में टैलेंटेड भी होते हैं. उन्हें अपना पहला ब्रेक तो जरूर मिल जाता है लेकिन बाद में उन्हें लोगों की उम्मीद पर खरा उतरना पड़ता है. मैं अगर किसी फिल्म में अपना 50 प्रतिशत देता हूं, लोग कहते हैं ये मेरी खुद की मेहनत है, लेकिन वही अगर कोई स्टार किड अपना 100 प्रतिशत भी देता है तो लोग ज्यादा संतुष्ट नजर नहीं आते.'

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