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‘बिग बॉस’ से करियर में नहीं आता कोई बड़ा बदलाव

फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ में अपने अभिनय से प्रसिद्ध हुई अभिनेत्री पूजा बेदी ने कहा कि जरूरी नहीं है कि ‘बिग बॉस’ जैसे रियलिटी शो से प्रतिभागियों के करियर को नाटकीय बढ़ावा मिले.

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पूजा बेदी
पूजा बेदी

फिल्म ‘जो जीता वही सिकंदर’ में अपने अभिनय से प्रसिद्ध हुई अभिनेत्री पूजा बेदी ने कहा कि जरूरी नहीं है कि ‘बिग बॉस’ जैसे रियलिटी शो से प्रतिभागियों के करियर को नाटकीय बढ़ावा मिले.

अभिनेत्री और रियलिटी टीवी स्टार पूजा बेदी 2 अक्टूबर से शुरू हुए लोकप्रिय टीवी रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ के पांचवे सीजन के सेलिब्रिटी प्रतिभागियों में शामिल हैं.

पूजा ने कहा, ‘जो लोग करियर को आगे बढाने के उद्देश्य से ‘बिग बॉस’ में शामिल होते हैं उन्हें यहां नहीं आना चाहिए क्योंकि यहां आ जाने से आपको काम नहीं मिलता. मुझे नहीं लगता कि किसी को अपने करियर को बढ़ावा देने के लिए इस शो का एक मंच की तरह प्रयोग करना चाहिए क्योंकि यहां आकर किसी को नया करियर नहीं मिल गया है.’

पूजा ने कहा कि चाहे वो राहुल रॉय हों या शवेता तिवारी, वो आज भी उतने ही सफल हैं जितने वो पहले थे. यहां से कोई नाटकीय सफलता नहीं मिलती. हां कुछ लोग जरूर लाभांवित हुए हैं जैसे राखी सावंत, लेकिन उन्होंने भी अपने खुद की मेहनत और प्रयासों से वो मुकाम पाया जहां वो आज हैं.

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उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा सामाजिक प्रयोग है. यहां आपको पूरा देश टीवी पर वैसे ही देखता है जैसे आप असल में हैं. लोगों में आपको लेकर अपनापन पैदा होता हैं, वो आपको देखते हैं और आपके लिए वोट करते हैं. इससे नजदीकियां बनती हैं.

पूजा पहले भी कई रियलिटी शो में काम कर चुकी हैं. पूजा इससे पहले ‘झलक दिखला जा’, ‘नच बलिए’, ‘खतरों के खिलाड़ी’ और ‘मां एक्सचेंज’ जैसे रियलिटी शोज में प्रतिभागी के तौर पर शामिल रही हैं. पूजा को उनके सीधे जवाब देने की शैली के लिए जाना जाता है. ‘मां एक्सचेंज’ में हास्य कलाकार राजीव निगम की पत्नी के साथ उनका बहुत झगड़ा हुआ था. इसे देखते हुए लगता है कि ‘बिग बॉस’ शो भी काफी मजेदार रहेगा.

पूजा ने कहा, ‘मैंने ‘खतरों के खिलाड़ी’ जैसे शारीरिक क्षमताओं का परीक्षण करने वाले रियलिटी शो में काम किया, ‘झलक दिखला जा’ में अपनी नृत्य कौशल की जांच की और ‘मां एक्सचेंज’ में अपने व्यक्तित्व और पारिवारिक जीवन को दिखाया. ‘बिग बॉस’ का मंच अपने आपको जानने-समझने का, ढूंढने का और अपनी पसंद-नापसंद, ताकतों एवं कमजोरियों को जानने का माध्यम है. यहां मुझे खुद को बेहतर रूप में जानने का मौका मिलेगा क्योंकि जिन परिस्थितियों में हम होंगे वो बहुत विपरीत होंगी.’

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उन्होंने कहा, ‘मुझमें बहुत ऊर्जा है, इसलिए एक बंद घर में रहना मेरे लिए एक चुनौती जैसा है. मैं 24 घंटे कैमरे की निगरानी में रहने से नहीं डरती. मुझे बस अपने दोनों बच्चों आलिया और उमर की चिंता है. जो एकमात्र चीज मुझे यहां याद आयेगी वो मेरे बच्चे हैं.

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