साल 2008 में कई बेहतरीन फिल्में देने वाले हिन्दी फिल्म जगत के लिये वर्ष 2009 मनहूस साबित हुआ जिसमें उसे करीब 250 करोड़ रुपये का विशुद्ध घाटा उठाना पड़ा क्योंकि कई नामचीन सितारों की मेगा बजट फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर दम तोड़ दिया और ‘लव आज कल’ को छोड़कर कोई फिल्म सुपरहिट का दर्जा नहीं पा सकी.
आमिर खान, शाहरुख खान और रितिक रोशन की इस साल अभी तक कोई फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई जिन्होंने पिछले साल क्रमश: ‘गजनी’, ‘रब ने बना दी जोड़ी’ और ‘जोधा अकबर’ जैसी सुपरहिट फिल्में दी थी. वहीं अक्षय कुमार सफलता का सिलसिला बरकरार नहीं रख सके और ‘कमबख्त इश्क’ तथा ‘ब्लू’ जैसी महंगी फिल्मों को दर्शकों ने नकार दिया जबकि ‘चांदनी चौक टू चाइना’ और प्रियदर्शन के साथ ‘दे दना दन’ भी अपेक्षित सफलता हासिल नहीं कर सकी. बीतने जा रहे बरस के सबसे कामयाब सितारे रहे रणबीर कपूर जिन्होंने ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ के रूप में हिट दी जबकि ‘वेक अप सिड’ और ‘रॉकेट सिंह’ में उनके काम को सराहना मिली. नायिकाओं में कैटरीना कैफ सबसे आगे रही जिनकी ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ और ‘न्यूयॉर्क’ सफल रही.
दीपिका पादुकोण के खाते में ‘लव आज कल’ के रूप में साल की सबसे बड़ी हिट रही तो करीना कपूर के लिये यह साल मिला जुला ही रहा. फिल्म कारोबार विशेषज्ञ कोमल नाहटा ने बताया, ‘‘2009 बॉलीवुड के लिये सबसे खराब वर्ष में से था. इंडस्ट्री को 250 से 300 करोड़ का विशुद्ध घाटा हुआ है. मल्टीप्लेक्स की हड़ताल के अलावा बड़े बजट की फिल्मों की नाकामी इसके अहम कारण थे.’’ इम्तियाज अली की ‘लव आज कल’ ने करीब 66,53,00,000 रुपये का कारोबार किया और 2009 की नंबर वन फिल्म रही. वहीं प्रभुदेवा के निर्देशन में बनी पहली फिल्म ‘वांटेड’ ने सलमान खान के कैरियर को सहारा देने के साथ दूसरी सबसे सफल फिल्म का दर्जा पाया. राजकुमार संतोषी की ‘अजब प्रेम की गजब कहानी’ ने 55,56,00,000 रुपये का व्यवसाय किया और दर्शकों ने रणबीर तथा कैटरीना की जोड़ी को हाथोंहाथ लिया.
फिल्म समीक्षक तरण आदर्श ने बताया, ‘‘फिल्मों का बढ़ता बजट उनके लिये घाटे का सौदा साबित हुआ. इस साल फ्लॉप फिल्मों की कतार लंबी रही, जो अच्छा संकेत नहीं है. आखिर में ‘पा’ ने अच्छा व्यवसाय किया और अब सभी की उम्मीदें आमिर खान की ‘थ्री इडियट्स’ पर टिकी हैं.’’ रीयल लाइफ पिता पुत्र को रील लाइफ पुत्र पिता के रूप में दिखाने वाली आर बाल्की की इस महीने प्रदर्शित ‘पा’ ने पहले सप्ताह में 35 करोड़ का व्यवसाय किया. अमिताभ बच्चन की ‘अलादीन’ नहीं चल सकी तो अभिषेक बच्चन की ‘दिल्ली 6’ के जरिये राकेश ओमप्रकाश मेहरा ‘रंग दे बसंती’ वाली कामयाबी नहीं दोहरा सके.
शाहिद कपूर ने विशाल भारद्वाज की ‘कमीने’ में प्रशंसा पाई तो प्रयोगधर्मी अनुराग कश्यप की ‘देव डी’ को भी दर्शकों ने पसंद किया. इसमें देवदास की कहानी को नये कलेवर में परोसा गया था. शाहिद और रानी मुखर्जी की ‘दिल बोले हड़िप्पा’ पहले ही हफ्ते में दम तोड़ गई. वहीं राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त फिल्मकार मधुर भंडारकर की ‘जेल’ के लिये नील नितिन मुकेश ने समीक्षकों से सराहना पाई. पिछले साल फिल्म जगत में पदार्पण करने वाले नील की ‘आ देखें जरा’ नहीं चल सकी. सलमान के लिये यह साल मिला जुला रहा जिसमें 'वांटेड' चली जबकि 'मैं और मिसेज खन्ना' तथा 'लंदन ड्रीम्स' पिट गई. सैफ की 'लव आज कल' बेहतरीन गीत संगीत और दमदार पटकथा के बूते जबर्दस्त कामयाब रही लेकिन 'कुर्बान' को प्रचार के सारे शिगूफे आजमाने के बावजूद वह कामयाबी नहीं मिल सकी. इसमें उनके साथ जोड़ीदार करीना कपूर थीं जिनके लिये भी यह साल कुछ खास नहीं रहा लेकिन 'थ्री इडियट्स' से उन्हें कापी अपेक्षायें हैं.
पिछले साल 'दोस्ताना' से कामयाबी और 'फैशन' से सारे पुरस्कार बंटोरने वाली प्रियंका चोपड़ा की 'वाट्स योर राशि' प्लाप रही. शाहरुख खान अपने प्रोडक्शन की फिल्म 'बिल्लू बारबर' में अतिथि भूमिका में नजर आये लेकिन प्रियदर्शन की यह पिल्म अपेक्षा पर खरी नहीं उतरी. इमरान हाशमी की 'राज द मिस्ट्री कन्टीन्यूज' से शेखर सुमन के बेटे अध्ययन ने फिल्मों में पदार्पण किया और तारीफ भी पाई. गोविंदा और डेविड धवन की कामयाब जोड़ी 'डू नाट डिस्टर्ब' से पुरानी सफलता को नहीं दोहरा सकी. गोविंदा की 'लाइफ पार्टनर' भी नहीं चली. अजय देवगन और 'गोलमाल' फेम निर्देशक रोहित शेट्टी की 'ऑल द बेस्ट' ने अच्छा व्यवसाय किया. साल के आखिर में 'पा', हिमेश रेशमिया की 'रेडियो' और 'चक दे इंडिया' फेम शिमित अमीन की 'रॉकेट सिंह' प्रदर्शित हुई जिसमें से सिर्फ पा को सफल कहा जा सकता है.
विधु विनोद चोपड़ा और राजकुमार हिरानी की 'थ्री इडियट्स' 25 दिसंबर को प्रदर्शित होगी जिसमें काफी कुछ दांव पर लगा है. इसके अलावा अगले साल की चर्चित फिल्मों में मणिरत्नम की अभिषेक बच्चन-ऐश्वर्या राय अभिनीत ‘रावण’, बेन किंग्सले और अमिताभ बच्चन की ‘तीन पत्ती’, सलमान खान का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘वीर’, रामगोपाल वर्मा की ‘रण’ और सतीश कौशिक की ‘मिलेंगे मिलेंगे’ शामिल है जिसमें एक बार फिर करीना कपूर को दर्शक शाहिद कपूर के साथ देख सकेंगे. इस साल करीब दो महीने तक मल्टीप्लेक्स मालिकों की हड़ताल के कारण कई फिल्में देर से प्रदर्शित हुईं जिससे बॉलीवुड को 100 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ. प्रोड्यूसरों द्वारा फिल्म के मुनाफे में आधे हिस्से की मांग के खिलाफ यह हड़ताल हुई थी.
बॉलीवुड में ‘खान युद्ध’ इस साल भी जारी रहा जिसमें एक मोर्चे पर शाहरुख थे तो दूसरी तरफ सलमान और आमिर. अमिताभ बच्चन से लेकर आमिर खान तक सितारे ब्लॉगिंग में भी खासे सक्रिय रहे. ‘कुर्बान’ में करीना के पोस्टर को लेकर शिवसेना ने काफी हंगामा किया. एक फैशन शो के दौरान अपनी पत्नी से जींस का बटन खुलवाने के कारण अक्षय कुमार के खिलाफ मामला दर्ज हुआ. इस साल फिल्म जगत ने फिरोज खान जैसे स्टायलिश अभिनेता और फिल्मकार को खो दिया. अमिताभ बच्चन को ‘एंग्री यंग मैन’ की छवि देने वाले निर्देशक प्रकाश मेहरा नहीं रहे. अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री बीना राय भी परलोक सिधार गईं. दक्षिण भारतीय फिल्मों के मशहूर खलनायक रघुवरण का भी निधन हो गया.