सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर को भारतीय संगीत जगत में उनके असाधारण योगदान के लिये बुधवार शाम पहले हृदयनाथ पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 82 वर्ष की हुईं लता को बॉलीवुड के वरिष्ठ अभिनेता अमिताभ बच्चन ने एक लाख रुपये का चेक, एक स्मृति चिहृन और शॉल देकर इस पुस्कार से सम्मानित किया.
यह पुरस्कार शहर के सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन हृदयेश आर्ट की ओर से शुरू किया गया है. पुरस्कार हासिल करने के बाद लता ने अपने भाई हृदयनाथ मंगेशकर की प्रशंसा की, जिनके नाम पर यह पुरस्कार शुरू किया गया है.
इस दौरान लता ने कहा कि उनकी इच्छा है कि अमिताभ बच्चन को भारतीय सिनेमा में अविस्मरणीय योगदान के लिए भारत रत्न से सम्मानित किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘हृदयनाथ और मेरी तीनों बहनों ने मुझसे कभी कोई आर्थिक मदद नहीं मांगी.’ लता ने बच्चन की भी तारीफ करते हुए कहा, ‘जहां तक हिंदी बोलने की बात है तो मैं आपको भगवान मानती हूं. मुझे गर्व है कि मुझे अमिताभ बच्चन से पुरस्कार हासिल हुआ.’
उन्होंने कहा कि हृदयनाथ ने उन्हें बताया कि यही पुरस्कार अगले साल अमिताभ बच्चन को लता के हाथ से दिया जाएगा.
इस मौके पर अमिताभ बच्चन ने कहा कि लता संगीत के प्रति समर्पित हैं. उन्होंने कहा, ‘मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि लताजी को लंबी उम्र दें ताकि हम उनकी आवाज को बरसों तक सुन सकें.’ लता ने इस मौके फिल्मकार यश चोपड़ा को भी सम्मानित किया, जिनकी फिल्मों में उनके गाये कई गीत मशहूर हुए हैं.
उन्होंने पार्श्व गायिका कविता कृष्णमूर्ति, सोनू निगम, सुरेश वाडकर, सुदेश भोंसले, सुनिधि चौहान और बेला शेंडे को भी स्मृति चिह्न प्रदान किये.
इस समारोह में भाग लेने वालों में टेनिस सितारा लिएंडर पेस और शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे शामिल थे.