कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के सामने हॉट सीट पर बैठने का ख्वाब हजारों लोग देखते हैं, लेकिन कुछ ही खुशनसीब यहां तक पहुंच पाते हैं. कुछ लोगों का सामान्य ज्ञान का कमजोर होना आड़े आता है तो कुछ लोगों को पता ही नहीं होता कि कैसे केबीसी में पहुंचें.
हाल ही में केबीसी में 12.50 लाख की रकम जीतने वाले होशंगाबाद के फ़ैज़ मोहम्मद ने आजतक को दिए एक इंटरव्यू में हॉट सीट तक पहुंचने की पूरी प्रक्रिया समझाई.
केबीसी शुरू होने के तीन महीने पहले इसके रजिस्ट्रेशन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया शुरू हो जाती हैं. इसमें करीब छह दिन तक तमाम सवालों के जवाब पूछे जाते है.
इसके बाद यदि आप सिलेक्ट होते हैं तो केबीसी की टीम आपको फोन करके 3 सवाल पूछती है. इसके जवाब देने के लिए 10 सेकंड का टाइम कंटेस्टेंट को दिया जाता है. सामान्यतः इनमें 2 सवाल कठिन और एक सरल होता है.
यदि आप सिलेक्ट होते हैं तो आपको टेस्ट, इंटरव्यू और स्क्रीन टेस्ट के लिए बुलाया जाता है. ये देश के छह शहरों में होता है. इसमें हर सेंटर पर करीब 400 उम्मीदवार शामिल होते हैं.
इस दौरान आधे घंटे में करीब 25 सवालों के लिखित में जवाब देने होते हैं. इसके साथ ही इंटरव्यू में धड़ाधड़ कई सवाल पूछे जाते हैं. कुछ अन्य सवाल जैसे केबीसी में क्यों आना चाहते हो? किस तरह के पारिवारिक बैकग्राउंड से हो? ये सवाल भी पूछे जाते हैं. इसी दौरान स्क्रीन टेस्ट भी किया जाता है.
इसके बाद यदि आप सिलेक्ट होते हैं तो केबीसी में पहुंचने के करीब एक माह पहले फोन कर मुंबई स्टूडियो में बुलाया जाता है यदि सिलेक्ट नहीं हुए तो कोई कॉल नहीं आता.
कंटेस्टेंट के जोड़ीदार और सगे सम्बन्धी के जाने-आने और रुकने का खर्च केबीसी की टीम उठाती है.
इसके बाद आपको 10 कंटेस्टेंट के बीच फास्टेस्ट फिंगर राउंड खेलना होता है, जिसमें आपको किसी एक सवाल के ऑप्शन्स को क्रोनिकल ऑर्डर में रखकर सबसे कम समय में जवाब देना होता है. विजेता कंटेस्टेंट को अमिताभ बच्चन के साथ हॉट सीट पर बैठकर अपनी किस्मत आजमाने का मौका मिलता है
आप यदि फास्टेस्ट फिंगर में नहीं जीत पाए तो बाहर नहीं होते, आपको सप्ताह के 4 दिन तक मौका मिलता है. जैसे ही कोई कंटेस्टेंट खेल छोड़ता है तो दोबारा आपको फास्टेस्ट फिंगर में भाग लेने का मौका मिलता है. यदि हफ्तेभर गुजरने के बाद भी आपका सिलेक्शन नहीं हुआ तो आप बाहर हो जाते हैं.अमूमन हर कंटेस्टेंट को हॉट सीट पर बैठने के 3-4 चांस मिलते हैं.
सिलेक्ट हुए कंटेस्टेंट के प्रोफ़ाइल वीडियो पहले ही शूट कर लिए जाते हैं. इसके लिए प्रोडक्शन टीम कंटेस्टेंट के घर जाती है.
केबीसी में किसी तरह की खास एडिटिंग की गुंजाइश नहीं होती. यह जैसा शूट
हुआ है वैसा ही दिखाया जाता है. कोई स्क्रिप्ट या प्रायोजित कार्यक्रम नहीं
होता.
बिग बी को हर एक कंटेस्टेंट की प्रोफाइल याद रहती है. हर प्रतियोगी की पूरी प्रोफ़ाइल बिग बी को पहले ही सौंप दी जाती है, जिसका वे पूरा डिटेल अध्ययन करते हैं.
पूरे समय केबीसी की टीम कंटेस्टेंट को इस बात के लिये प्रोत्साहित करती है कि वह ज्यादा से ज्यादा जीते.
केबीसी के पीछे युवाओं की एक बड़ी टीम काम कर रही है. ये कंटेस्टेंट से लगातार सम्पर्क में बनी रहती हैं, यहां तक कि शो खेलने के बाद भी.
PHOTOS: Still from KBC