फिल्म इंडस्ट्री में आज यह देखा जाता है कि हर कलाकार कितना वेर्सेटाइल है. हर एक्टर के सामने अलग अलग फिल्मों में नए-नए किरदार परोसे जाते हैं, जिनके साथ
उसे इंसाफ करना होता है. लुक्स में बदलाव लाना फिर भी शायद आसान काम हो, लेकिन मुश्किल तब आती है जब कलाकारों को अपने नए रोल को ध्यान में रखते हुए
नई भाषा भी सीखनी पड़े. नई भाषा सीखकर उसमें डायलॉग बोलना, उसी भाषा के गानों में लिपसिंकिंग करना आदि एक टेढ़ी खीर है. लेकिन बॉलीवुड में ऐसे जुझारू
एक्टर्स की कमी नहीं है. पेश है ऐसे कुछ कलाकारों के नाम जिन्होंने अपनी फिल्मों के लिए नई भाषाएं न सिर्फ सीखीं, बल्कि उस भाषा में अपने रोल के साथ पूरा इंसाफ
भी किया:
कंगना रनोट (तनु वेड्स मनु रिटर्न्स)
बॉलीवुड की इस क्वीन को हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' में डबल रोल करने का मौका मिला. 'तनु' नाम
के अपने पुराने करेक्टर के अलावा उन्होंने हरयाणवी छोरी (कुसुम दत्तो) का रोल बखूबी निभाया और हरयाणवी लहजे में सबको मात दे दी.
आमिर खान (पीके)
बॉलीवुड की अब तक की सबसे बड़ी हिट और सबसे ज्यादा बिजनेस करने वाली इस फिल्म में मिस्टर परफेक्शनिस्ट ने बाजी मार ली. एक
एलियन का रोल करने के साथ-साथ उन्होंने पूरी फिल्म में ऐसी भोजपुरी बोली कि बिहार के साथ साथ पूरा इंडिया उनका फैन हो गया.
दीपिका पादुकोण और अमिताभ बच्चन (पीकू)
शूजीत सरकार अपने एक्टर्स से अक्सर कुछ नया करवाते हैं. यही कुछ पीकू में नजर आया. बिग बी और दीपिका ने
असली बंगाली लहजे को इस कदर निभाया कि उनका कोई कम्पटीशन ही नहीं रहा.
दीपिका पादुकोण (चेन्नई एक्सप्रेस)
दीपिका की कड़ी मेहनत का उदाहरण हम रोहित शेट्टी की फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस में पहले भी देख चुके हैं. एक तमिल किरदार
निभाते हुए दीपिका ने तमिल भाषा एक नए सिरे से सीखी और किसी को भी शिकायत का मौका नहीं दिया.
अनुष्का शर्मा और रणवीर सिंह (बैंड बाजा बारात)
श्रुति और बिट्टू का किरदार निभाने वाले यह दोनों एक्टर्स तो दिल्ली वालों के दिल में ही बस गए. मीठी तीखी दोस्ती
के बीच टिपिकल दिल्ली वाली टोन में दोनों के डायलॉग्स आज तक फेमस हैं.
इंडियन वुमन हॉकी टीम (चक दे इंडिया)
कोमल चौटाला से लेकर बिंदिया नायक, प्रीती सबरवाल, बलवीर कौर, छुईमुई और एक एक लड़की ने अपने किरदार में जान
डाल दी थी. हर लड़की ने एक इंडिया के एक अलग स्टेट को रिप्रेजेंट किया था और वहां की भाषा का अपने डायलॉग्स में पूरा ध्यान रखा.
सौरभ शुक्ला (बर्फी)
बर्फी फिल्म में एक बंगाली पुलिसवाले का किरदार निभाने के लिए सौरभ ने काफी मेहनत करके बंगाली सीखी. और एक सह कलाकार के रूप में
भी खूब तालियां बटोरीं.
इरफान खान (पान सिंह तोमर)
इरफान के परफेक्ट बिहारी लहजे ने सबको अपना दीवाना बना लिया. इरफान जैसे मंझे हुए कलाकार ने फिल्म में अपने लहजे के साथ
साथ बॉडी लैंग्वेज पर भी पूरा काम किया था.
प्रियंका चोपड़ा (तूफान)
अपनी बॉलीवुड फिल्म 'जंजीर' की तेलुगू रीमेक के लिए पिग्गी चॉप्स ने खासतौर पर तेलुगू की ट्रेनिंग ली थी. डायलॉग के साथ साथ आवाज
की पिच और एक्सप्रेशन्स पर भी उनके काफी मेहनत करनी पड़ी, जिसमें वो सफल रहीं.
धनुष (रांझणा)
एक साउथ इंडियन होते हुए भी तमिल सिनेमा के सुपरस्टार धनुष ने इस फिल्म के लिए न सिर्फ हिंदी सीखी बल्कि बनारसी लहजे पर भी काफी
काम किया. उनका किरदार दर्शकों को खासा पसंद आया.
आमिर खान (तलाश)
एक सीरियस फिल्म में एक सीरियस पुलिस इंस्पेक्टर का रोल करते हुए आमिर ने यहां अपनी मराठी बोली पर बहुत मेहनत की थी.
इमरान खान (मटरू की बिजली का मन डोला)
इस फिल्म के लिए इमरान ने खासतौर पर हरयाणवी सीखी थी. अपने लहजे को पक्का करने के लिए इमरान रोज 5
घंटे हरयाणवी सीखकर उसकी प्रैक्टिस करते थे.