एक्टर सूरज पंचोली ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत ऋतिक स्टारर फिल्म गुजारिश से की थी. वो संजय लीला भंसाली को असिस्ट कर रहे थे. सूरज ने अपने एक्सीपीरियंस को याद करते हुए बताया कि वो उस फिल्म में छठे या सातवें असिस्टेंट डायरेक्टर थे. वो उनके गुस्से का शिकार हो चुके हैं. सूरज भंसाली के साथ फिर काम करना चाहते हैं लेकिन तब जब वो उस लायक बन जाएंगे. सूरज ने कहा कि फिलहाल वो खुद को भंसाली के साथ काम करने के लायक नहीं समझते.
भंसाली के गुस्से का शिकार सूरज
हिंदी रश से बातचीत में जब सूरज से फिल्म गुजारिश के अनुभव के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया, “मुझे बहुत डांट पड़ती थी, शायद सबसे ज्यादा. मैं सबसे आखिरी असिस्टेंट डायरेक्टर था, तो मुझे भंसाली सर से सबसे ज्यादा गालियां सुननी पड़ती थीं. मेरा काम था ऋतिक सर की कुर्सी पर बैठकर लाइटिंग देखना, और अगर आप बाएं या दाएं देख लेते, तो कोई फाइल उड़ती हुई आ जाती थी लेकिन माइक नहीं. लेकिन बहुत कुछ सीखने को मिला. ये वैसा ही है जैसे मां अपने बेटे को सिखाती है. अगर दो पड़ेंगे नहीं, तो बेटा सीखेगा नहीं.”
भंसाली से मांगेंगे लीड रोल
सूरज ने आगे बताया कि वो बिल्डिंग की दूसरी मंजिल पर रहते हैं, जबकि भंसाली चौथी मंजिल पर. जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने भंसाली से कभी एक्टिंग का काम मांगा, तो उन्होंने कहा, “नहीं. मैं उनसे तभी काम मांगूंगा जब मुझे लगेगा कि मैंने एक पहचान बना ली है. मैं उनसे कोई छोटा-मोटा रोल मांगने नहीं जाऊंगा, मैं लीड रोल के लिए ही उनसे संपर्क करूंगा.” उन्होंने ये भी बताया कि उन्हें असिस्टेंट का काम एक इत्तेफाक से भंसाली से मिलने के बाद मिला था.
भंसाली की सफाई
मालूम हो कि भंसाली इंडस्ट्री में अपने गुस्से के लिए मशहूर हैं. रणबीर कपूर भी अपना बुरा एक्सपीरियंस शेयर कर चुके हैं. वो बता चुके हैं कि कैसे भंसाली ने उनके साथ असिस्ट करने के दौरान शारीरिक हिंसा की थी. वहीं इंडिया टुडे को दिए एक इंटरव्यू में भंसाली ने अपने गुस्से को लेकर हुई आलोचनाओं का जवाब दिया था. उन्होंने कहा, “अगर मुझे वो नहीं मिल रहा जो मैं चाहता हूं, तो अगर मैं गुस्सा हो भी जाऊं, तो उसमें गलत क्या है? अगर कोई शॉट बिगाड़ रहा है, तो आप क्या करेंगे? लोगों ने कहानियां बना दी हैं कि मैं गुस्से वाला हूं, बदतमीज हूं.”