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रजनीकांत का भौकाल, आमिर-नागार्जुन का साथ... तमिल इंडस्ट्री को पहली बार 1000 करोड़ पार ले जाएगी 'कुली'?

बॉलीवुड और उधर साउथ में तेलुगू और कन्नड़ इंडस्ट्री ने जहां 1000 करोड़ के पहाड़ पर चढ़ाई करनी शुरू कर दी है, वहीं तमिल इंडस्ट्री की सबसे कमाऊ फिल्म, रजनीकांत की '2.0' लगभग 700 करोड़ तक ही पहुंच सकी है. आइए बताते हैं 'कुली' में ऐसा क्या है जो इससे इतनी उम्मीदें लगाईं जा रही हैं.

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रजनीकांत की 'कुली' कमा सकती है 1000 करोड़ (Photo: ITGD Design)
रजनीकांत की 'कुली' कमा सकती है 1000 करोड़ (Photo: ITGD Design)

सुपरस्टार रजनीकांत के फैन्स के लिए सेलिब्रेट करने का एक बड़ा मौका फिर से आ रहा है. उनकी नई फिल्म 'कुली' स्वतंत्रता दिवस के मौके पर, 14 अगस्त को रिलीज होने वाली है. तमिल फिल्म इंडस्ट्री से आ रही ये फिल्म एक पैन इंडिया फिल्म है और ऑरिजिनल तमिल वर्जन के साथ हिंदी, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम में भी रिलीज होगी. 'कुली' से अबतक सामने आए प्रोमो जनता की एक्साइटमेंट लगातार बढ़ा रहे हैं और विदेशों में शुरू हुई एडवांस बुकिंग से फिल्म को सॉलिड रिस्पॉन्स मिल रहा है. 

रजनीकांत की बात करें तो 74 साल के सुपरस्टार अभी भी बड़े पर्दे पर राज कर रहे हैं और उन्हें जनता हीरो के रोल में देखने के लिए हमेशा एक्साइटेड रहते हैं. हालांकि, उनकी पिछली रिलीज 'वेट्टैयन' को बहुत पसंद नहीं किया गया था और ये कमाई करने में भी कमजोर साबित हुई थी. मगर उससे पहले आई 'जेलर' (2023) वर्ल्डवाइड 650 करोड़ कलेक्शन के साथ तमिल सिनेमा की दूसरी सबसे बड़ी हिट है. इंडस्ट्री की सबसे बड़ी हिट भी रजनीकांत की ही फिल्म '2.0' है, जिसका वर्ल्डवाइड कलेक्शन ऑलमोस्ट 700 करोड़ रुपये था. 

पिछले 5 दशकों से रजनीकांत लगातार बॉक्स ऑफिस पर तमिल इंडस्ट्री का कद बढ़ाते आ रहे हैं. मगर पिछले कुछ सालों से जहां साउथ की दूसरी इंडस्ट्रीज ने अपना स्केल बहुत तेजी से ऊपर किया है, वहीं तमिल इंडस्ट्री इनसे पीछे चल रही है और बराबरी के लिए एक बार फिर रजनीकांत की तरफ देख रही है. आइए बताते हैं कैसे बाकी साउथ इंडस्ट्रीज से थोड़ी स्लो है तमिल इंडस्ट्री और 'कुली' में ऐसा क्या है जो इससे इतनी उम्मीदें लगाईं जा रही हैं. 

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1000 करोड़ की रेस में कैसा है भारतीय फिल्म इंडस्ट्रीज का हाल?
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री को एस.एस. राजामौली की फिल्म 'बाहुबली 2' (2017) ने पहली बार वर्ल्डवाइड 1000 करोड़ कलेक्शन का लैंडमार्क पार करवाया. 8 साल बाद भी ये तेलुगू फिल्म, आमिर खान की 'दंगल' के बाद भारत की दूसरी सबसे कमाऊ फिल्म है. हालांकि 'दंगल' ने 1000 करोड़ का आंकड़ा तब पार किया था, जब 'बाहुबली 2' के एक महीने बाद ये चीन में रिलीज हुई. चीन में धमाकेदार कमाई के दम पर ही आजतक 'दंगल' वर्ल्डवाइड 2000 करोड़ से ज्यादा कलेक्शन के साथ भारत की सबसे बड़ी फिल्म है. 

मगर तेलुगू इंडस्ट्री ने 'बाहुबली 2' के बाद भी कई बार ये लैंडमार्क पार करना जारी रखा और 'RRR', 'कल्कि 2898 AD' और 'पुष्पा 2' जैसी तेलुगू फिल्में 1000 करोड़ वाले खास क्लब में शामिल हुईं. इसी बीच बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने 2023 में अकेले ही 1000 करोड़ कलेक्शन वाली दो फिल्में— जवान और पठान, डिलीवर कर डालीं. इसी साल रणबीर कपूर की 'एनिमल' भी इस लैंडमार्क के बहुत करीब पहुंची लेकिन 917 के वर्ल्डवाइड कलेक्शन तक जाकर रुक गयी. 

जहां तेलुगू और बॉलीवुड 1000 करोड़ क्लब की रेस में शामिल थे, वहीं रॉकिंग स्टार यश ने सभी को सरप्राइज करते हुए 'KGF 2' से अपनी कन्नड़ इंडस्ट्री को भी इस क्लब का हिस्सा बना दिया. यश ने दिखा दिया कि कन्नड़ इंडस्ट्री भी बीच-बीच में धमाकेदार ब्लॉकबस्टर डिलीवर करने के लिए तैयार है.

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इंडस्ट्रीज की रेस में कैसे पिछड़ रही तमिल इंडस्ट्री?
मलयालम इंडस्ट्री अभी अपने बेहद लिमिटेड साइज की वजह से इस रेस में नहीं है, इसके लिए 200 करोड़ का आंकड़ा ही बाकियों के 1000 करोड़ के बराबर था. मगर पिछले दो सालों में मलयालम इंडस्ट्री ने 'मंजुमेल बॉयज' , 'एम्पुरान' और 'थुडरम' जैसी फिल्मों से लगातार 200 करोड़ तक पहुंचना जारी रखा है. 

इधर बॉलीवुड और उधर साउथ में तेलुगू और कन्नड़ इंडस्ट्री ने जहां 1000 करोड़ के पहाड़ पर चढ़ाई करनी शुरू कर दी है, वहीं तमिल इंडस्ट्री की सबसे कमाऊ फिल्म, रजनीकांत की '2.0' लगभग 700 करोड़ तक ही पहुंच सकी है. जबकि 2010 में रजनीकांत की ही 'एंथिरन' (हिंदी नाम- रोबोट) ने तमिल इंडस्ट्री को इंडियन बॉक्स ऑफिस में टॉप पर पहुंचा दिया था. ये फिल्म शाहरुख खान की 'माय नेम इज खान' और सलमान खान की 'दबंग' को पछाड़कर भारत की सबसे कमाऊ फिल्म बनी थी. 

मगर लॉकडाउन के बाद पिछले 5 सालों में जहां बड़ी फिल्म इंडस्ट्रीज से लेकर, पंजाबी, गुजराती और उड़िया जैसी इंडस्ट्रीज ने अपना स्केल लगातार बढ़ाया है, वहीं तमिल इंडस्ट्री अपने लॉकडाउन से पहले वाले लेवल को ही नहीं पार कर पा रही है. बीते 5 सालों में एक भी तमिल फिल्म, भारत की टॉप फिल्म नहीं बन सकी है. मगर अब रजनीकांत की 'कुली' के साथ तमिल इंडस्ट्री के पास एक बहुत मजबूत मौका है. 

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क्यों तमिल इंडस्ट्री की सबसे बड़ी फिल्म बन सकती है 'कुली'?
'कुली' के पोटेंशियल में सबसे बड़ा फैक्टर तो खुद सुपरस्टार रजनीकांत हैं. उनकी पिछली बड़ी फिल्म 'जेलर' भी एक पैन इंडिया रिलीज थी. लेकिन थिएट्रिकल रिलीज से ओटीटी रिलीज का गैप कम रखने की वजह से उत्तर भारत में 'जेलर' की रिलीज बहुत बड़ी नहीं थी, जैसी '2.0' की थी. इसलिए, सैकनिल्क के डाटा के अनुसार, साउथ के अलावा बाकी देश से फिल्म का ग्रॉस कलेक्शन 17 करोड़ से कम ही था. फिर भी 'जेलर' ने 600 करोड़ से ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन किया था, जो '2.0' से बहुत कम नहीं था.

जेलर के कलेक्शन का सबसे बड़ा सोर्स साउथ के राज्य ही थे. बॉक्स ऑफिस पर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश + तेलंगाना, तमिलनाडु और केरल की टेरेटरी मिलाकर 'जेलर' का ग्रॉस कलेक्शन 391 करोड़ से ज्यादा था. जबकि ओवरसीज मार्किट यानी विदेशों से 'जेलर' ने 196 करोड़ का ग्रॉस कलेक्शन किया था. वैसे तो रजनीकांत अकेले ही साउथ में धमाका करने के लिए पर्याप्त हैं. मगर 'कुली' में उनके साथ तेलुगू स्टार नागार्जुन, मलयालम स्टार सौबिन शाहीर और कन्नड़ स्टार उपेंद्र भी हैं. इस फिल्म में तमिल ऑडियंस ही नहीं, पूरे साउथ के दर्शकों को लुभाने वाले नाम हैं.

हिंदी की बात करें तो रजनीकांत खुद ही यहां बहुत पॉपुलर रहे हैं. रोबोट, 2.0, शिवाजी- द बॉस जैसी उनकी फिल्में हिंदी में भी बड़ी हिट रही हैं. बीते कुछ सालों में उनकी फिल्मों को हिंदी में रिलीज छोटी मिली है, जिसकी वजह से यहां की मार्किट में उनकी फिल्मों के कलेक्शन कम नजर आते हैं. लेकिन 'कुली' को हिंदी मार्किट में प्रॉपर रिलीज मिल रही है. 

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फिल्म में रजनीकांत के साथ आमिर खान भी एक दमदार कैमियो में नजर आने वाले हैं और उनका लुक पहले ही दर्शकों में चर्चा बटोर रहा है. बॉलीवुड फिल्म 'वॉर 2' से क्लैश इसे हिंदी मार्किट में थोड़ा कमजोर तो करवाएगा, लेकिन फिर भी अच्छा स्क्रीनकाउंट मिलने से 'कुली' इस मार्किट में 'जेलर' से तो बड़ा ही कलेक्शन करेगी. 

साउथ में 'कुली' की कमाई धुआंधार होने पर तो कोई शक किया ही नहीं जा सकता. और ओवरसीज मार्किट में फिल्म की एडवांस बुकिंग जोरदार होने की रिपोर्ट्स आने लगी हैं. इन रिपोर्ट्स का इशारा समझें तो ओवरसीज मार्किट में 'कुली' सिर्फ तमिल इंडस्ट्री नहीं, बल्कि सभी टॉप इंडियन फिल्मों की सबसे बड़ी ओपनिंग को चैलेंज करने जा रही है. यानी बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के तीन सबसे बड़े हिस्सों में से दो तो 'जेलर' से भी तगड़ी कमाई दे सकते हैं. तीसरे हिस्से से कलेक्शन बढ़ाने के लिए एक एक्स-फैक्टर चाहिए, और 'कुली' में ये भी बहुत तगड़ा है. 

क्या है 'कुली' का एक्स-फैक्टर?
'कुली' के डायरेक्टर लोकेश कनगराज इस समय भारतीय सिनेमा के उन डायरेक्टर्स में से हैं, जिनके नाम से ही किसी प्रोजेक्ट के लिए जनता की एक्साइटमेंट बढ़ जाती है. अपनी पहली फिल्म 'मानगरम' (2017) से ही उन्होंने ना केवल तमिल सिनेमा, बल्कि देश भर के पक्के फिल्म फैन्स और क्रिटिक्स को इम्प्रेस करना शुरू कर दिया था. स्टाइल भरे रॉ एक्शन के साथ, रियल वर्ल्ड में सेट कहानियों के को जिस स्वैग के साथ लोकेश बड़े पर्दे पर लेकर आते हैं, वो उनका सिग्नेचर है. लोकेश का फैनडम ऐसा हो चुका है कि लोग किसी सीन की फोटो देखकर बता देते हैं कि ये लोकेश की फिल्म है. 

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लोकेश की पहली फिल्म का बजट 5 करोड़ रुपये रिपोर्ट किया गया था और वर्ल्डवाइड कलेक्शन तीन गुना ज्यादा, 15 करोड़. दूसरी फिल्म 'कैथी' (2019) उन्होंने 25 करोड़ के बजट में बनाई, जो 100 करोड़ से ज्यादा कलेक्शन लेकर आई. लोकेश की अगली फिल्म 'मास्टर' (2021) 250 करोड़ से ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन लेकर आई. फिर 'विक्रम' (2022) से 400 करोड़ पार पहुंचने के बाद वो 'लियो' (2023) से 600 करोड़ पार पहुंच गए. अब लोकेश सिर्फ फिल्म डायरेक्टर नहीं हैं, मॉडर्न इंडियन सिनेमा में एक ब्रांड बन चुके हैं. अब समय है इस ब्रांड के लिए एक कदम और आगे जाने का वक्त आ चुका है. 

हिंदी में 'कुली' को यकीनन 'वॉर 2' से तगड़ा कॉम्पिटीशन मिलेगा, लेकिन पिछले कुछ समय से दर्शक दमदार कंटेंट के पास पहुंचने में बिल्कुल वक्त नहीं लगा रहे. लोकेश की 'कैथी', 'मास्टर', 'विक्रम' को हिंदी दर्शकों में भी भरपूर पॉपुलैरिटी मिल चुकी है. इसका फायदा तो 'कुली' को मिलेगा ही, ऊपर से रजनीकांत जैसे वेटरन सुपरस्टार के साथ लोकेश जैसे मॉडर्न सिनेमा ब्रांड का मिलना भी फैन्स के लिए एक एक्साइटिंग चीज है. 

लोकेश ने 'विक्रम' में कमल हासन को जैसे प्रेजेंट किया था, अगर वैसी ही धांसू प्रेजेंटेशन रजनीकांत को मिली तो 'कुली' यकीनन इस साल 800 करोड़ वर्ल्डवाइड कमाने वाली 'छावा' को पीछे छोड़ सकती है. इस फिल्म के पास पूरा चांस है कि ये इस साल देश की पहली और तमिल सिनेमा की भी पहली 1000 करोड़ कमाने वाली फिल्म बन सकती है. अब बस ये देखना है कि 'कुली' 14 अगस्त को थिएटर्स में क्या धमाका करती है. 

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